शोक सभा मे शहीद लोकेश सहरावत को गणमान्यों ने दी श्रद्धांजलि

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भोपा – नॉर्थ सिक्किम में सड़क हादसे में शहीद हुए लोकेश सहरावत की तेरहवीं के अवसर पर आयोजित शोक सभा में गणमान्यों द्वारा श्रद्धांजलि अर्पित की गयी। इस दौरान मन्त्री, विधायक, जिला पंचायत अध्यक्ष, किसान संगठन, सहरावत सहित खाप के नेताओं, पदाधिकारियों, प्रधानाचार्य आदि ने श्रद्धांजलि अर्पित कर शहीद के जीवन पर प्रकाश डाला।

मोरना ब्लॉक क्षेत्र के गाँव युसुफपुर में आयोजित शोक सभा में भारी सँख्या में पहुँचे गणमान्य व आमजनों ने शहीद लोकेश के चित्र के सम्मुख पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी व उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए देशभक्ति के जज्बे व राष्ट्रसेवा को लेकर अपने विचार रखे तथा लोकेश सहरावत के जीवन पर विस्तार से प्रकाश डाला। गत 23 दिसम्बर को नॉर्थ सिक्किम में 14 हजार फीट की ऊँचाई पर स्थित दुर्गम स्थान पर सैनिकों की गाड़ी पलटने के दौरान हुए हादसे में लोकेश सहरावत शहीद हो गये थे। बीते 25 दिसम्बर को उनका पार्थिव शरीर गाँव पहुँचा था, जहां राजकीय व सैनिक सम्मान के उनका दाह सँस्कार किया गया था व 27 दिसम्बर को अस्थियों को शुकतीर्थ स्थित गंगा घाट पर विसर्जित किया गया था।

प्रभारी मन्त्री कपिलदेव अग्रवाल ने कहा कि लोकेश सहरावत का बलिदान प्रेरणास्रोत है। पूरा देश प्रत्येक व्यक्ति उनकी शहादत का ऋणी रहेगा।राकेश टिकैत ने कहा कि युसुफपुर में शहीद लोकेश की याद में एक स्मारक की स्थापना की जाये, जिसमें लाइब्रेरी की व्यवस्था हो तथा एक स्मृति द्वार का निर्माण किया जाये। जिससे शहीद लोकेश की याद हमेशा हमारे बीच बनी रहे। लोकेश सहरावत वॉलीबॉल के खिलाड़ी थे। हरियाणा की तर्ज पर खेल के मैदान बनाये जायें, जिससे हमारे बच्चे सड़कों पर न दौड़ लगाएं। खेल मैदान में अपनी प्रैक्टिस कर सकें। शहीद के परिवार से मिलते जुलते रहें। सरकार भी उनके परिवारों का ध्यान रखे। शहीदों का व उनके परिवारों का सम्मान सर्वोपरि है।


विधायक चन्दन चौहान ने कहा कि शहीद लोकेश सहरावत को उनके परिवार ने ही नहीं, सभी ने खोया है। पूरे क्षेत्र का दुलार उन्हें मिलता रहा है। होनहार लोकेश सहरावत का हम सबके लिये प्रेरणादायक है। उनकी शहादत उनका बलिदान हमेशा याद रखा जायेगा। गाँव में शहीद के नाम पर स्मारक बने। इसके लिये सभी प्रयास किये जायेंगे।

जिला पंचायत अध्यक्ष डॉ. वीरपाल निर्वाल ने कहा कि बलिदानी लोकेश सहरावत का जन्म उनके ही क्लिनिक पर हुआ था। बचपन से जवानी तक वह सँस्कारशील रहे। प्रतिभावान व मिलनसार लोकेश सहरावत को बचपन से देशभक्ति, देशसेवा का जज्बा था। नॉर्थ सिक्किम के दुर्गम स्थान पर जहां आम व्यक्ति जा भी नहीं सकता, ऐसे स्थानों पर सैनिक सीमाओं की रक्षा करते हैं। बलिदानी लोकेश सहरावत के परिजनों को नमन जिन्होंने अपने लाल का शव देखकर भारत माँ की जय जयकार की तथा वन्दे मातरम का नारा लगाया। सरकार की ओर से जो भी सम्भव होगा, वह किया जाएगा।

प्रधानाचार्य कैप्टन प्रवीण चौधरी ने कहा कि उनकी शहादत ने एक लकीर खींच दी है। देश के लिये जान देना सबसे महान कार्य है। जो प्रत्येक के हिस्से में नहीं है। शिक्षा के क्षेत्र में शहीद लोकेश सहरावत ने प्रत्येक कक्षा में उच्च अंक प्राप्त किये। नमन है उस माता पिता को जिन्होंने उस जांबाज को देशभक्ति के सँस्कार दिये। केवल युद्ध से ही नहीं सैनिकों के लिये प्रतिदिन युद्ध जैसी स्थिति रहती है। जब सैनिक सीमा पर दिन-रात चुनौतियों से जूझते हैं, तब हम चैन से सोते हैं। वीर बलिदानियों के पराक्रम के कारण हम सुरक्षित हैं।

राकेश कुमार प्रधानाचार्य ने कहा कि लोकेश जनता इंटर कॉलिज में हमारा शिष्य व छात्र रहा। होनहार जाँबाज सैनिक शहादत को नमन व सच्ची श्रद्धांजलि।

इस दौरान कैप्टन सुधीश कुमार, प्रधानाचार्य पंकज माहेश्वरी, बिजेन्द्र आर्य, सतीश सहरावत, धर्मपाल राठी, घनश्याम, रामकुमार, प्रधान रविन्द्र छोटा, प्रसिद्ध कॉमेडियन राजीव निगम, प्रदीप निर्वाल, मुन्ना सहरावत, अशोक बालियान, प्रधानाचार्य फूलचन्द्र, भाजपा नेता प्रिन्स चौधरी, मा. देवेन्द्र सहरावत, धारा सिंह, चौधरी धर्मवीर सिंह खोकर, सत्यवीर सहरावत, धर्मेंन्द्र मलिक, प्रभात तोमर, अजय चेयरमैन, सहजराम सहरावत, क्षेत्रीय मन्त्री अमित राठी, सपा नेता हाजी लियाकत कुरैशी, बाबूराम प्रधान, गजेन्द्र पाल, ब्रजवीर सहरावत, चन्द्रपाल सिंह, योगी सहरावत, राजेन्द्र कुमार, डॉ. महकार सिंह, सवेन्द्र उर्फ मिन्टू राठी, डॉ. अमित ठाकरान, बाबा ओमबीर सिंह, विभोर चौधरी, रामकुमार शर्मा, रविन्द्र सिंह, कैप्टन सुरेशचन्द त्यागी, अमित चौधरी, डॉ. वीरपाल सहरावत, आदि मौजूद रहे।

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