पंजाब व हरियाणा में चंडीगढ़ को लेकर हुई सियासत पर बोली JJP

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डीगढ़ पर पहला हक हरियाणा का, हम एक इंच जमीन नहीं छोड़ेंगे : दिग्विजय चौटाला

भिवानी (इन्द्रवेश)। भिवानी पहुंचे जजपा के प्रधान महासचिव दिग्विजय चौटाला ने दीपेंद्र हुड्डा को प्रदेश में चुने गए पार्षदों व सरपंचों को लेकर खुली चुनौती दी। वहीं चंडीगढ़ को लेकर साफ किया कि हरियाणा एक इंच जमीन भी पंजाब को नहीं देगा। उन्होंने कहा कि एमएसपी को लेकर कानून बनता है तो पूरे देश के किसानों को फायदा होगा। बता दें कि हरियाणा सरकार की सहयोगी पार्टी जेजेपी 9 दिसंबर को अपने पांचवें स्थापना दिवस पर भिवानी में बड़ी रैली करने जा रही है। इसी को लेकर जेजेपी के प्रधान महासचिव दिग्विजय चौटाला भिवानी में कार्यकतार्ओं की बैठक लेने पहुंचे। रैली को लेकर उन्होंने कार्यकतार्ओं की जिम्मेदारी लगाई और मीडिया से बातचीत में किसान आंदोलन व कांग्रेस के दावे पर खुलकर बातचीत की।

दीपेन्द्र हुड्डा को खुली चुनौती : एक सम्मेलन कर अपने अपने पार्षद व सरपंच बुलाएँ, दूध का दूध व पानी का पानी हो जाएगा

सबसे पहले दिग्विजय चौटाला ने कांग्रेस के राज्यसभा सांसद दीपेन्द्र हुड्डा के दावे पर खुली चुनौती दी। दिग्विजय ने दावा किया कि हरियाणा में जिला परिषद व पंचायत समिति के पार्षद व सरपंच सबसे ज्यादा जेजेपी के बने हैं। दीपेन्द्र हुड्डा को शक हो तो वो एक सम्मेलन कर कांग्रेस व जेजेपी के समर्थित पार्षदों व सरपंचों को एक साथ बुलाकर देख लें कि किसके ज्यादा है। इससे दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा। वहीं एमएसपी के गारंटी कानून को लेकर किसानों के आंदोलन पर दिग्विजय चौटाला ने कहा कि हरियाणा में इसकी चर्चा नहीं होनी चाहिए। क्योंकि हरियाणा में एमएसपी व मंडी पहले भी थी, अब भी हैं और आगे भी रहेंगी। ये मांग पंजाब व यूपी समेत दूसरे देशों के लिए होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कि यूपी जैसे प्रदेश में तो हमारे विरोधी भी मंच पर बताते हैं कि फसल खऱीद का सबसे बेहतर सिस्टम हरियाणा में दुष्यंत चौटाला ने किया है। दिग्विजय ने कहा कि एमएसपी का कानून बनता है तो देश के दूसरे राज्यों के किसानों को फायदा मिलेगा। इसके साथ ही पंजाब व हरियाणा में चंडीगढ़ को लेकर शुरू हुये सियासी संग्राम पर दिग्विजय चौटाला ने पंजाब को चेता कि चंडीगढ़ पर पहला हक हरियाणा का है। हरियाणा चंडीगढ़ की एक इंच जमीन नहीं छोड़ेगा। साथ ही कहा कि रैली को लेकर वो अपने सभी सहयोगी नेताओं को रैली का निमंत्रण देंगे। कौन आएगा या नहीं ये नो तारीख को पता चलेगा।

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