US Tariff Reduction: न्यूयॉर्क। लंबे समय से व्यापारिक शुल्कों के कठोर रुख के लिए सुर्खियों में रहे अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अब आयात शुल्क पर नरमी दिखाते हुए महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं। इस कदम का उद्देश्य देश में बढ़ती महंगाई पर नियंत्रण रखना और उपभोक्ताओं को सीधी राहत प्रदान करना बताया जा रहा है। ताज़ा घोषणा के अनुसार, अमेरिका ने खाद्य आयात पर लगाए गए कई पारस्परिक शुल्कों में कमी की है, जिसका प्रत्यक्ष लाभ भारत जैसे देशों को मिलेगा। Trump Tariff Cut
व्हाइट हाउस द्वारा जारी विवरण के अनुसार, उष्णकटिबंधीय क्षेत्रों में उत्पन्न फल, उनके रस, चाय और कुछ मसालों को पारस्परिक शुल्क से छूट दी गई है। आधिकारिक दस्तावेज़ में कॉफी, कोको, संतरा, टमाटर और बीफ जैसी वस्तुओं का भी उल्लेख किया गया है। गौरतलब है कि ट्रंप प्रशासन ने इससे पहले भारत से आने वाले विशेष आयातों पर 25 प्रतिशत शुल्क लगाया था और रूस से तेल खरीद पर भी 25 प्रतिशत दंडात्मक शुल्क जोड़ा था।
ट्रंप सरकार ने कुछ समय पहले ही जेनेरिक दवाओं पर लगे टैरिफ को हटाया था
ट्रंप सरकार ने कुछ समय पहले ही जेनेरिक दवाओं पर लगे टैरिफ को हटाया था, जिससे भारत को बड़ा व्यापारिक लाभ मिला, क्योंकि भारत अमेरिका की आवश्यक जेनेरिक दवाओं का लगभग 47 प्रतिशत हिस्सा आपूर्ति करता है। वहीं, उच्च शुल्क के कारण कई खाद्य पदार्थों की कीमतों में वृद्धि देखी गई, जिसका भार अंततः खुदरा बाजारों के माध्यम से आम उपभोक्ताओं पर पड़ा। Trump Tariff Cut
हाल के न्यूयॉर्क, न्यू जर्सी और वर्जीनिया के चुनावों में महंगाई प्रमुख राजनीतिक मुद्दा बना रहा, जहाँ डेमोक्रेट्स ने महंगाई कम करने के वादे को अपने प्रचार का मुख्य केंद्र बनाया। विश्लेषकों का मानना है कि अत्यधिक जीवनयापन लागत मतदाताओं के निर्णय को प्रभावित करने में महत्वपूर्ण रही, जबकि दूसरी ओर राष्ट्रपति ट्रंप अंतरराष्ट्रीय नीतियों और निवेश से जुड़े मामलों में अधिक व्यस्त दिखाई दिए।
अमेरिका में बढ़ती मुद्रास्फीति के बीच भारत के आम, अनार, चाय तथा मसालों के निर्यात को बढ़ावा मिलने की संभावना मजबूत हुई है। हालिया रिपोर्टों के अनुसार, उपभोक्ता मूल्य सूचकांक में कॉफी की कीमतों में 18.9 प्रतिशत और बीफ-वीयल में 14.7 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। वहीं, भारतीय किराना दुकानों में मसालों और खाद्य उत्पादों की कीमतों में लगभग 30 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी देखी गई है, जिसने महंगाई पर बहस को और भी गहरा बना दिया है। Trump Tariff Cut















