DUSU elections 2025: ”छात्र हितों से समझौता न करने वाला नेता चाहिए”

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DUSU elections 2025: नई दिल्ली। दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) (Delhi University Students’ Union Elections) चुनाव को लेकर मतदान जारी है और इस बीच छात्रों ने स्पष्ट किया है कि वे ऐसे प्रतिनिधि को चुनना चाहते हैं, जो उनके वास्तविक मुद्दों को प्राथमिकता दे। उन्होंने कहा कि छात्र राजनीति में जातिवाद या क्षेत्रवाद को स्थान नहीं मिलना चाहिए। DUSU elections News

विश्वविद्यालय के छात्र आकाश ने कहा कि अक्सर चुनाव के दौरान उम्मीदवारों को उनकी क्षेत्रीय पृष्ठभूमि के आधार पर बढ़ावा दिया जाता है। यह परंपरा छात्रों के हित में नहीं है। अब समय आ गया है कि हम ऐसे नेता का चुनाव करें, जो वास्तव में छात्र समुदाय की समस्याओं को उठाए और उनके समाधान के लिए प्रयासरत रहे।

छात्रों ने बताया कि बाहरी राज्यों से आने वाले विद्यार्थियों को सबसे बड़ी समस्या आवास की होती है। विश्वविद्यालय में पर्याप्त छात्रावास न होने के कारण उन्हें महंगे किराए पर कमरे लेने पड़ते हैं। इसके अलावा, बढ़ते मेट्रो और बस किराए ने भी उनकी आर्थिक स्थिति पर बोझ बढ़ा दिया है। एक छात्रा ने कहा कि “हम चाहते हैं कि जो भी प्रतिनिधि चुना जाए, वह महिला सुरक्षा और सशक्तिकरण के लिए ठोस पहल करे। कॉलेज और हॉस्टल परिसर में सुरक्षा की गारंटी मिलनी चाहिए।”

पहली बार मतदान करने वाले छात्र रोहित ने अपने अनुभव साझा करते हुए कहा कि “डूसू चुनाव केवल राजनीति की प्रतिस्पर्धा नहीं है, बल्कि यह छात्रों के भविष्य और उनकी बुनियादी सुविधाओं से जुड़ा प्रश्न है। हमें ऐसे उम्मीदवार का साथ देना चाहिए, जो हमारे बीच रहकर हमारी समस्याओं को समझे और उनके समाधान के लिए आवाज उठाए।” छात्र संगठनों की ओर से भी दावा किया जा रहा है कि वे छात्रों से जुड़े हर मुद्दे पर संकल्पबद्ध हैं। उनका कहना है कि शिक्षा, परिवहन, छात्रावास और भेदभाव जैसे प्रश्न इस बार चुनावी बहस का हिस्सा हैं। DUSU elections News