किसानों ने मानसा-सिरसा रोड नहर पर बने पुल को किया जाम

 किसानों के खातों में 84 करोड़ रुपए पहुँच गए, जबकि रहते 32 करोड़ रुपए डिमांड डीसी को भेजी है : तहसीलदार

सच कहूँ/गुरजीत सिंह/सरदूलगढ़। गुलाबी सूंडी के कारण नरमे की फसल तबाह होने पर किसानों ने पंजाब कांग्रेस सरकार के विरुद्ध संघर्ष किया था तो पंजाब सरकार ने किसानों को प्रति एकड़ 17 हजार रुपए देने और 10 प्रतिशत मजदूर को चुगाई देने का वायदा किया था परन्तु कांग्रेस सरकार की तरफ से कुछ किसानों के खातों में यह मुआवजा डाल दिया गया था परन्तु बहुत से किसानों के खातों में मुआवजा आने से रह गया था, जिसके रोष के तौर पर भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां का लगातार तीसरे दिन भी धरना जारी है।

आज किसानों ने मानसा-सिरसा रोड झुनीर सरदूलगढ़ नहर के पुल पर धरना लगाकर रोड को पूरी तरह जाम कर दिया। गांवों से धरने में पहुँचे किसान मजदूर और किसान महिलाओं के बड़े जनसमूह को संबोधन करते जिला प्रधान राम सिंह भैनी बाघा ने कहा कि यह सरकारें किसानों की कोई बात ही नहीं सुनती। जिस कारण किसानों को मजबूर होकर धरने-प्रदर्शन करने पड़ते हैं। उन्होंने कहा कि जितनी देर तक किसानों को नरमे की मार के और गरीब मजदूरों को उनकी चुगाई का मुआवजा उनके खातों में नहीं आता, तब तक धरना लगातार जारी रहेगा।

इस संबंधी तहसीलदार सरदूलगढ़ बलविन्दर सिंह के साथ बातचीत की तो उन्होंने कहा कि सरकार से पहले पंद्रह हजार रुपए प्रति एकड़ के हिसाब से मुआवजा आया था, परन्तु बाद में सरकार ने मुआवजे की रकम 17 हजार प्रति एकड़ कर दी थी, जिस कारण नरमे के मुआवजे की रकम घटने के कारण कुछ किसानों के खातों में पैसे डालने से बाकी रह गए थे। उन्होंने कहा कि अब तक 84 करोड़ रुपये किसानों के खातों में डाल दिए गए हैं और बाकी रहते 32 करोड़ रुपये की डिमांड डिप्टी कमिशनर मानसा को भेज दी गई है। जब भी डिप्टी कमिशनर मानसा ने यह बकाया रहते पैसे भेज दिए तुरंत किसानों के खातो में डाले जाएंगे।

तहसीलदार द्वारा 10 दिनों में मुआवजा जारी करने पर किसानों ने उठाया धरना

इस संबंधी भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां के ब्लॉक प्रधान मलकीत सिंह कोट धरमू ने बताया कि तहसीलदार सरदूलगढ़ बलविन्दर सिंह और नायब तहसीलदार झुनीर हरमीत सिंह गिल ने धरने में पहुँच कर किसानों को 10 दिनों में मुआवजे की रकम खाते में डालने का विश्वास देकर एक बारी धरना रोड से उठवा दिया है। किसानों ने कहा कि जितनी देर किसानों के पैसे खाते में नहीं डाले जाते, उतनी देर धरना लगातार जारी रहेगा और यह धरना अब सब तहसील-झुनीर के गेट आगे जारी रखा जाएगा।

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