
दिल्ली–मेरठ एक्सप्रेस-वे पर उतार-चढ़ाव की मांग को लेकर किसानों का धरना जारी
- 20 गांवों के किसानों की महापंचायत, भाकियू ने आर-पार की लड़ाई का ऐलान
- मांगें नहीं मानी गईं तो दिल्ली जाने वाले मार्गों को बंद किया जायेगा: मांगेराम त्यागी
- यह मार्ग केवल एक गांव नहीं, बल्कि 20 से अधिक गांवों की जीवनरेखा उतार-चढ़ाव जरूरी: कुलदीप त्यागी
गाजियाबाद (सच कहूँ/रविंद्र सिंह)। Ghaziabad News: दिल्ली–मेरठ एक्सप्रेस-वे के पांचवें चरण में निर्माणाधीन तलहेटा गोल चक्कर पर रविवार को भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के नेतृत्व में किसानों ने क्षेत्रीय समस्याओं और एक्सप्रेस-वे पर आवश्यक कट/उतार-चढ़ाव की मांग को लेकर धरना दिया। इस दौरान आसपास के 20 गांवों के किसान महापंचायत में जुटे और एक स्वर में मांग पूरी होने तक आंदोलन जारी रखने का ऐलान किया।धरने का नेतृत्व भाकियू जिला अध्यक्ष बिजेंद्र सिंह ने किया।
धरने की अध्यक्षता मांगेराम त्यागी (पलोता) ने की, जबकि संचालन कुलदीप त्यागी (तलहेटा), उपाध्यक्ष मेरठ मंडल और ज्ञानेश्वर त्यागी, युवा जिला अध्यक्ष हापुड़ ने किया। किसानों ने स्पष्ट किया कि एक्सप्रेस-वे पर उतार-चढ़ाव न होने से ग्रामीणों की आवाजाही, खेती-बाड़ी और आपात सेवाओं पर गंभीर असर पड़ रहा है। गाजियाबाद के भाकियू जिला अध्यक्ष बिजेंद्र सिंह ने चेतावनी दी कि यह लड़ाई अब निर्णायक चरण में है। उन्होंने कहा कि यह 20 गांवों की साझा समस्या है। किसानों के हक के लिए हम आखिरी दम तक संघर्ष करेंगे और उतार-चढ़ाव लेकर ही रहेंगे। महापंचायत को संबोधित करते हुए, त्यागी भूमिहार ब्राह्मण समाज समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी मांगेराम त्यागी (कुतुबपुर) ने आंदोलन को पूर्ण समर्थन देते हुए कहा कि यदि मांगें नहीं मानी गईं तो दिल्ली जाने वाले मार्गों को बंद करने जैसे कड़े कदम उठाए जाएंगे।
वहीं भारतीय किसान आंदोलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष कुलदीप त्यागी (खासपुर जीबी) ने कहा कि यह मार्ग केवल एक गांव नहीं, बल्कि करीब 20 से अधिक गांवों की जीवनरेखा है, इसलिए यहां उतार-चढ़ाव अनिवार्य है। धरने में भाकियू के राष्ट्रीय सचिव ओमपाल सिंह, जिला प्रभारी जयकुमार मलिक, जिला सचिव वेदपाल मुखिया, प्रदेश उपाध्यक्ष राम अवतार त्यागी,रामकुमार चौधरी, गाजियाबाद के जिला उपाध्यक्ष यशवीर सिंह, महेश यादव ,युवा जिला अध्यक्ष छोटे चौधरी, विनीत चौधरी, युवा व तहसील स्तर के पदाधिकारी, ग्राम प्रधान, सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में किसान मौजूद रहे। Ghaziabad News














