New Wheat Variety: पंजाब कृषि विश्वविद्यालय ने बदलते जलवायु परिदृश्य को ध्यान में रखते हुए गेहूं की एक नई किस्म पीबीडब्ल्यूू 872 की सिफारिश की है, जो तापमान में वृद्धि को सहन करने में सक्षम है और गिरने की संभावना भी कम रखती है। यह किस्म विशेष रूप से उत्तर-पश्चिमी भारत के मैदानी क्षेत्रों के लिए उपयुक्त मानी गई है।
वर्ष 2022 में पीबीडब्ल्यूू 872 को अधिक उर्वरक वाले क्षेत्रों के लिए सिफारिश किया गया था, लेकिन पिछले चार वर्षों में पंजाब में सामान्य खाद प्रबंधन के साथ हुए परीक्षणों ने इसे समय पर बुवाई और अनुशंसित खादों के अनुसार अत्यधिक उपज देने वाली किस्म के रूप में प्रमाणित किया है। इन परीक्षणों में पीबीडब्ल्यूू 872 ने पीबीडब्ल्यूू 826 से 2.9%, पीबीडब्ल्यूू 766 से 8.3% और डीबीडब्ल्यूू 222 से 11.7% अधिक उत्पादन दिया। New Wheat Variety
यह किस्म लगभग 152 दिनों में पककर तैयार होती है और इसका औसत पौधा 100 सेंटीमीटर ऊँचा होता है। मध्यम कद होने के कारण यह गिरने से बची रहती है। पीबीडब्ल्यू 872 पीली और भूरे रतुआ रोगों के प्रति भी प्रतिरोधक क्षमता रखती है। इसकी उच्च उपज का मुख्य कारण है इसके 1000 दानों का वजन, जो लगभग 40-48 ग्राम तक होता है। साथ ही इसका हेक्टोलिटर वजन भी 79.7 किलोग्राम/हेक्टोलिटर है, जो अन्य किस्मों की तुलना में अधिक है।
इसके दाने मोटे, चमकदार और देखने में आकर्षक होते हैं। पिछले तीन वर्षों के क्षेत्रीय परीक्षणों में यह किस्म लगातार पहले स्थान पर रही है। औसतन यह 24.4 क्विंटल प्रति एकड़ उपज देती है, जो इसे पीबीडब्ल्यूू 826 जैसी लोकप्रिय किस्मों के समकक्ष बनाती है। किसानों के लिए यह किस्म सितंबर में लगने वाले कृषि मेलों में उपलब्ध होगी, 20 किलो और 40 किलो की पैकिंग में। बदलते मौसम में टिकाऊ और लाभकारी खेती के लिए पीबीडब्ल्यूू 872 एक भरोसेमंद विकल्प बनकर उभर रही है। New Wheat Variety
यह भी पढ़ें:– Delhi Flood News: ये खबर दिल्ली वालों के लिए, पढ़कर मिलेगी राहत