David Lawrence passed away: इंग्लैंड के पूर्व तेज गेंदबाज डेविड लॉरेंस का निधन, क्रिकेट जगत में शोक की लहर

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David Lawrence passed away: इंग्लैंड के पूर्व तेज गेंदबाज डेविड लॉरेंस का निधन, क्रिकेट जगत में शोक की लहर

David Lawrence passed away: नई दिल्ली। इंग्लैंड और ग्लूस्टरशायर के पूर्व तेज गेंदबाज डेविड वैलेंटाइन लॉरेंस, जिन्हें क्रिकेट जगत में ‘सिड लॉरेंस’ के नाम से जाना जाता था, का निधन हो गया है। वे 61 वर्ष के थे और पिछले कुछ समय से मोटर न्यूरॉन रोग (MND) से पीड़ित थे। David Lawrence News

डेविड लॉरेंस ने 1988 से 1992 के बीच इंग्लैंड के लिए पांच टेस्ट मैच खेले, जिनमें उन्होंने 18 विकेट हासिल किए। उनका सबसे प्रसिद्ध प्रदर्शन 1991 में द ओवल में वेस्टइंडीज के खिलाफ रहा, जहां उन्होंने पांच विकेट लेकर क्रिकेट प्रेमियों को चौंका दिया था। इसी पारी में उन्होंने महान बल्लेबाज विव रिचर्ड्स को भी आउट किया था।

चोट ने छीन लिया अंतरराष्ट्रीय करियर

1992 में न्यूजीलैंड के वेलिंगटन में एक टेस्ट मैच के दौरान उन्हें गंभीर घुटने की चोट लगी, जिससे उनका अंतरराष्ट्रीय करियर अचानक थम गया। वर्ष 2023 में, उन्हें मोटर न्यूरॉन रोग होने का पता चला—यह एक न्यूरोलॉजिकल बीमारी है जो धीरे-धीरे मांसपेशियों को कमजोर कर देती है।

क्लब और परिवार की ओर से श्रद्धांजलि | David Lawrence News

ग्लूस्टरशायर क्रिकेट क्लब ने एक आधिकारिक बयान जारी कर उनके निधन की पुष्टि की। बयान में कहा गया,
“हमें दुख के साथ सूचित करना पड़ रहा है कि डेविड लॉरेंस, जिन्हें स्नेह से ‘सिड’ कहा जाता था, अब हमारे बीच नहीं रहे। उन्होंने बीमारी का डटकर सामना किया और मैदान पर व मैदान से बाहर प्रेरणास्रोत बने रहे।” बयान में यह भी उल्लेख किया गया कि उनकी पत्नी गेनर और बेटे बस्टर ने सभी शुभचिंतकों का आभार जताया है और निजी शोक के लिए समय की विनती की है।

डेविड लॉरेंस का क्रिकेट करियर

जन्म: 28 जनवरी 1964

प्रथम श्रेणी पदार्पण: 1981, ग्लूस्टरशायर के लिए

प्रथम श्रेणी रिकॉर्ड: 170 मैच, 477 विकेट (औसत 31.27)

सर्वश्रेष्ठ गेंदबाजी: 47 रन देकर 7 विकेट (वारविकशायर के खिलाफ)

लिमिटेड ओवर फॉर्मेट: 110 मैच, 148 विकेट

वनडे में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन: 6 विकेट, केवल 20 रन देकर (संयुक्त विश्वविद्यालय XI के खिलाफ)

मैदान से बाहर भी प्रभावशाली व्यक्तित्व | David Lawrence Died

लॉरेंस ने क्रिकेट में विविधता और समावेश की वकालत की। वे इंग्लैंड के पहले ब्रिटिश-जन्मे अश्वेत क्रिकेटर थे जिन्होंने राष्ट्रीय टीम का प्रतिनिधित्व किया। उन्होंने अपने मंच का उपयोग आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करने और खेल में जातीय समावेशिता को बढ़ावा देने में किया। इंग्लैंड एंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ECB) के अध्यक्ष रिचर्ड थॉम्पसन ने कहा, “डेविड लॉरेंस सिर्फ एक महान तेज गेंदबाज नहीं थे, वे साहस, सहानुभूति और परिवर्तन के प्रतीक थे। उन्होंने बीमारी से लड़ते हुए भी लोगों को प्रेरित किया और अपनी गरिमा बनाए रखी। उनका प्रभाव क्रिकेट की सीमाओं से बहुत आगे तक फैला है।” David Lawrence News

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