जाखल (तरसेम सिंह)। घग्घर नदी के तटीय क्षेत्र में हो रही बरसात के कारण जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है। इससे जाखल क्षेत्र से गुजरती घग्घर नदी के चांदपुरा हेड के पानी में भी तेज़ी से वृद्धि हुईं दर्ज की गईं है। बता दें कि यहां पिछले तीन दिनों से पानी का स्तर लगातार बढ़ रहा है। बुधवार शाम तक चांदपुरा हेड पर 5350 क्यूसेक पानी मापा गया था, जो गुरुवार सुबह बढ़कर 8 हज़ार क्यूसेक हो गया है। वहीं गुहला में 2 जुलाई को 22176 क्यूसेक से कम होकर 3 जुलाई को 19255 क्यूसेक पानी का बहाव नोट किया गया।
अधिकारियों मुताबिक नदी की क्षमता 22 हज़ार क्यूसेक पानी है, वहीं घग्घर में पानी अधिक आने पर पानी नदी के सहायक रंगोई नाले में छोड़ा जाता है। रंगोई नाले की जल क्षमता 6 हज़ार क्यूसेक बताई गई है। ऐसे में हालांकि, अभी यहां जलस्तर नदी की क्षमता से काफ़ी कम है, लेकिन आने वाले दिनों में मानसून की बरसातों से नदी में पानी का स्तर अधिक बढ़ने की संभावना से लोगों की चिंता बढ़ने लगी है। मानसून सीजन में घग्घर नदी अक्सर रौद्र रूप धारण कर लेती है। दरअसल चांदपुरा हेड पर पानी का आंकड़ा 15 हज़ार क्यूसेक पार होने पर यहां खतरा मंडराना शुरू हो जाता है। वर्ष 2023 में जब यहां जलस्तर 17 हज़ार से बढ़ गया तो नदी और रंगोई नाला ओवरफ्लो हो गए थे। इससे नदी व रंगोई के तटबंध टूटने से आईं बाढ़ ने क्षेत्र में तबाही मचा दी थी।
बचाव के लिए तैयारियां शुरू
पिछले साल 2023 में जलस्तर 17 हजार क्यूसेक से अधिक होने पर नदी और रंगोई नाला दोनों ओवरफ्लो हो गए थे। जिला प्रशासन ने बाढ़ से बचाव के लिए तैयारियां शुरू कर दी हैं। जिला उपायुक्त ने सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की है। अधिकारियों को नदी की 24 घंटे निगरानी करने के निर्देश दिए गए हैं।
मानसून में जलस्तर और बढ़ने की आशंका
पिछले चार दिनों का जलस्तर इस प्रकार रहा 30 जून को 900 क्यूसेक, 1 जुलाई को 1640 क्यूसेक, 2 जुलाई को 3550 क्यूसेक और बुधवार शाम को 5350 क्यूसेक वहीं 3 जुलाई सुबह की रिपोर्ट में 9000 क्यूसेक और पूरा दिन पानी स्थिर रहते हुए शाम 4 बजे तक 9000 क्यूसेक पानी का प्रवाह दर्ज किया गया। मानसून की बारिश के कारण आने वाले दिनों में जलस्तर और बढ़ने की आशंका है।