Kanwar Yatra Police Management: गाजियाबाद। सावन मास की शुरुआत के साथ ही गाजियाबाद जिले में कांवड़ यात्रा को सहज, सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने के लिए प्रशासन पूरी तरह सक्रिय हो गया है। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त आलोक प्रियदर्शी के अनुसार, जनपद में लगभग 85 किलोमीटर लंबा कांवड़ मार्ग निर्धारित किया गया है, जिस पर व्यापक सुरक्षा एवं प्रबंधन की व्यवस्था की गई है। Ghaziabad Kanwar Yatra
5 नियंत्रण कक्ष और 10,000 ‘कांवड़ मित्र’ बनाए
यात्रा मार्ग को 124 बीट में बांटा गया है, प्रत्येक बीट की लंबाई लगभग 700 से 800 मीटर है। हर बीट पर एक उपनिरीक्षक की अगुवाई में चार पुलिसकर्मी चौबीसों घंटे तैनात रहेंगे, जो किसी भी प्रकार की समस्या का तत्काल समाधान सुनिश्चित करेंगे। इसके अतिरिक्त, 10,000 ‘कांवड़ मित्र’ भी नियुक्त किए गए हैं, जो पुलिस के साथ समन्वय बनाकर श्रद्धालुओं की सहायता करेंगे।
यात्रा की निगरानी के लिए पांच प्रमुख नियंत्रण कक्ष (कंट्रोल रूम) स्थापित किए गए हैं, जिनमें मेरठ तिराहा और तीन ज़ोनल कंट्रोल रूम शामिल हैं। इनके अधीन राज चौपला, निवाड़ी रोड और एनएच-9 चौराहा जैसे क्षेत्रों में अस्थायी उप-कंट्रोल रूम भी संचालित किए जा रहे हैं। इन सभी केंद्रों से सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से मार्ग की सतत निगरानी की जा रही है, जिससे किसी भी आपात स्थिति में त्वरित कार्रवाई हो सके।
श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए विशेष प्रबंध | Ghaziabad Kanwar Yatra
दूधेश्वरनाथ महादेव मंदिर में दर्शन हेतु आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या को देखते हुए विशेष प्रबंध किए गए हैं। यहाँ 550 पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं। भीड़ के दबाव को नियंत्रित करने के लिए एक बफर ज़ोन बनाया गया है। मंदिर प्रशासन के साथ समन्वय कर सीसीटीवी कैमरे भी स्थापित किए गए हैं।
कांवड़ यात्रा के दौरान यदि किसी कांवड़िए की कांवड़ खंडित हो जाती है, तो उसे तुरंत गंगाजल प्रदान करने के लिए हरिद्वार से 1,400 लीटर गंगाजल मंगवाया गया है, जिसे विभिन्न पुलिस थानों में सुरक्षित रखा गया है। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त आलोक प्रियदर्शी ने कहा, “हमारी प्राथमिकता यह है कि कांवड़ यात्रा शांतिपूर्ण, सुरक्षित और सुविधाजनक तरीके से संपन्न हो। सभी तैयारियाँ इसी उद्देश्य को ध्यान में रखते हुए की गई हैं।” Ghaziabad Kanwar Yatra
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