
Commodity Update: नई दिल्ली। वर्ष 2025 में सोने और चांदी दोनों ने निवेशकों को उल्लेखनीय लाभ प्रदान किए हैं। घरेलू बाजार में जहां सोने के स्पॉट दामों में अब तक लगभग 70 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है, वहीं चांदी ने और भी अधिक तेजी दिखाते हुए करीब 115 प्रतिशत तक उछाल दर्ज किया है। मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर 11 दिसंबर को चांदी मार्च वायदा 2.5 प्रतिशत चढ़कर 1,93,452 रुपये प्रति किलोग्राम के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया। इसी तरह, एमसीएक्स पर सोना फरवरी वायदा भी बढ़त के साथ 1,30,719 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ। Gold News Today
विशेषज्ञों के अनुसार, इस वर्ष कीमती धातुओं में आई तेजी के पीछे कई प्रमुख कारण हैं—वैश्विक भू-राजनीतिक तनाव, अमेरिकी शुल्कों के चलते आर्थिक अनिश्चितता, फेडरल रिज़र्व द्वारा संभावित ब्याज दर कटौती की उम्मीदें, केंद्रीय बैंकों की आक्रामक खरीदारी और गोल्ड-सिल्वर ईटीएफ में लगातार बढ़ रहा निवेश। वर्तमान में भारत में सोने-चांदी का अनुपात 68 के आसपास है, जिसका अर्थ है कि एक ग्राम सोना खरीदने के लिए लगभग 68 ग्राम चांदी की आवश्यकता होती है। यह अनुपात इस बात का संकेतक होता है कि सोने की तुलना में चांदी कितनी महंगी या सस्ती है और भविष्य में दोनों धातुओं की मूल्य चाल कैसी रह सकती है।
उच्च अनुपात सामान्यतः यह दर्शाता है कि सोना अपेक्षाकृत बेहतर प्रदर्शन कर रहा है और निवेशक सुरक्षित विकल्पों की ओर झुकाव दिखा रहे हैं। इसके विपरीत, अनुपात का कम होना यह संकेत देता है कि चांदी की मांग बढ़ रही है और वह मूल्य में सोने की ओर बढ़ सकती है। Gold News Today
विश्लेषकों की राय
रिलायंस सिक्योरिटीज के वरिष्ठ शोध विशेषज्ञ जिगर त्रिवेदी के अनुसार, “ऐतिहासिक रूप से सोने-चांदी का अनुपात लगभग 90 के आसपास रहा है। वर्तमान स्थिति में यह केवल 68 पर है, जो दर्शाता है कि चांदी अभी भी सोने की तुलना में कम मूल्यांकित है। यह स्थिति चांदी में लंबी अवधि के निवेश के लिए अनुकूल मानी जा सकती है। आने वाले समय में इसमें मजबूत तेजी देखने की संभावना है।” उन्होंने आगे कहा कि औद्योगिक मांग में निरंतर बढ़ोतरी, निवेशकों की दिलचस्पी, डॉलर की कमजोरी, ब्याज दरों में कटौती की अटकलें और सीमित आपूर्ति—ये सभी कारक मिलकर चांदी को तेज़ी की ओर धकेल रहे हैं। Gold News Today














