
Rajasthan Railways: जयपुर (गुरजंट सिंह)। बांसवाड़ा और मंदसौर के लोगों के लिए लंबे समय से प्रतीक्षित रेल लाइन प्रोजेक्ट को लेकर अब एक बड़ा कदम सामने आया है। रेलवे बोर्ड ने इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट की जिम्मेदारी उत्तर पश्चिम रेलवे, जयपुर मंडल को सौंप दी है। इससे प्रोजेक्ट की गति तेज होने की उम्मीद बढ़ गई है, और स्थानीय लोगों में नई ऊर्जा और उत्साह दिखाई दे रहा है।
Haryana: हरियाणा के इन जिलों की बदल जाएगी तस्वीर, 40 करोड़ 40 लाख रुपये की मंजूरी
क्या है प्रोजेक्ट की अहमियत? Rajasthan Railways
बांसवाड़ा-मंदसौर रेल लाइन सिर्फ दो शहरों को जोड़ने भर का काम नहीं करेगी, बल्कि यह पूरे दक्षिणी राजस्थान और पश्चिमी मध्य प्रदेश के लिए विकास की नई राह खोलेगी।
- इस रेल लाइन से यातायात में आसानी होगी।
- क्षेत्र की व्यापारिक गतिविधियों को नई दिशा मिलेगी।
- युवाओं को नौकरी और व्यवसाय के नए अवसर मिलेंगे।
- पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा, खासकर बांसवाड़ा की प्राकृतिक सुंदरता और आदिवासी संस्कृति के कारण।
जिम्मेदारी मिलने से प्रक्रिया तेज होने की उम्मीद
उत्तर पश्चिम रेलवे को प्रोजेक्ट सौंपे जाने के बाद, अब सर्वे, भूमि अधिग्रहण, डीपीआर अपडेट और वित्तीय मंजूरी की प्रक्रियाएं तेजी से आगे बढ़ने की संभावना है। विशेषज्ञों के अनुसार, जिम्मेदारी स्पष्ट होते ही काम में पारदर्शिता और गति दोनों बढ़ती हैं, जिससे प्रोजेक्ट समय पर पूरा होने की उम्मीद बढ़ जाती है।
स्थानीय लोगों में खुशी
बांसवाड़ा और मंदसौर दोनों जगहों पर इस अपडेट के बाद लोगों में खुशी की लहर है। कई वर्षों से यह प्रोजेक्ट कागजों में अटका हुआ था, लेकिन हालिया प्रगति ने उम्मीदों को फिर से जिंदा कर दिया है। व्यापारियों, छात्रों और दैनिक यात्रियों का कहना है कि रेल लाइन बनने से यात्रा में समय और खर्च दोनों की बचत होगी। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि केंद्र सरकार ने 2023 में मंदसौर से बांसवाड़ा वाया प्रतापगढ़ तक नई रेल लाइन के लिए सर्वे की घोषणा की थी। अब इस घोषणा के तहत नई 120 किमी लंबी रेल लाइन बांसवाड़ा से मंदसौर तक जाएगी।
आगे का रास्ता
अब निगाहें उत्तर पश्चिम रेलवे की आगे की कार्रवाई पर हैं—
विस्तृत सर्वे
रूट फाइनलाइजेशन
बजट स्वीकृति
निर्माण कार्य की शुरूआत
अगर ये प्रक्रियाएं समय पर पूरी होती रहीं, तो आने वाले कुछ वर्षों में यह सपना साकार हो सकता है।














