सरकार और पूर्व न्यायाधीश की मंशा पर सवाल ?
संविधान निमार्ताओं ने उच्च सदन में मनोनयन का प्रबंध इस पवित्र उद्देश्य से किया था कि ऐसे विषयों के विशेषज्ञों को राज्यसभा में भेजा जा सकता है, जो चुनाव प्रक्रिया के माध्यम से इस सदन में नहीं पहुंच पाते हैं।
कोरोना से बेहतर तरीके से निपट रहा भारत
भारत सरकार के गृह मंत्रालय ने कोरोना वायरस को ‘राष्ट्रीय आपदा’ अधिसूचित कर दिया है। यह राज्य सरकारों पर भी लागू होगा।
दंगाइयों की निजता क्या?
राज्य की कार्यवाही के विरुद्ध आप विरोध कर सकते हैं किंतु यह शांतिपूर्ण होना चाहिए और किसी भी व्यक्ति को निजता की आड में छिपने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
चीन की करतूत से दुनिया हो रही तबाह
चीन क्या ऐसा वायरस युद्धकाल में अपने दुश्मन देश की सेनाओं के खिलाफ प्रयोग करने के लिए तैयार कर रहा था? अभी तक सिर्फ अनुमान है कि चमगादड़, कुता या फिर बिल्ली के सड़े मास से यह वायरस उत्पन्न हुआ है। पर अभी तक चीन की ऐसी कोई प्रमाणिक स्वीकृति सामने नहीं आयी है।
राजनीतिक दृष्टि से मुकाबला करने की आवश्यकता
कोरोना वायरस के कारण एक सुनियोजित संकट पैदा हो सकता है जिसमें सप्लाई चेन बाधित होगी, वस्तुओं के उत्पादन में गिरावट आएगी, तेल के मूल्यों को लेकर जंग छिड़ेगी और उपभोक्ता मांग में गिरावट आएगी।
कोरोना असर के चलते पानी से सस्ता हुआ तेल
तेल के इस खेल को नया रंग दे दिए जाने के कारण ही प्राइस-वार छिड़ने की उम्मीद है। पूरी दुनिया में कच्चा तेल वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं की गतिशीलता का कारक माना जाता है।
कोरोना की दोहरी मार और भारत की अर्थव्यवस्था
विगत दो मार्च को आर्थिक सहयोग एवं वैश्विक संगठन ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि कोरोना के प्रकोप से दुनिया में 2008 की वैश्विक मंदी जैसा दृश्य सामने आ रहा है।
शून्य लागत प्राकृतिक खेती किसानों के लिए वरदान
गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत के प्रयासों एवं प्रयोगों से न केवल प्राकृतिक खेती एवं जीरो बजट खेती को बल मिल रहा है, भारतीय कृषि अनूठा एवं विलक्षण करते हुए भारत की अर्थ-व्यवस्था के लिये संबल बन रही है।