कोरोना की आड़ में राजनीति
किंतु आज लगता है कि हम ऐसे भारत में रह रहे हैं जहां पर केवल वीवीआईपी को महत्व दिया जाता है जो आधिकारिक नामक एक संकरी पट्टी पर रहते हैं और विशेषाधिकारों की ओर भागते हैं। इसके चलते आज आम आदमी और खास आदमी के बीच खाई और चौड़ी हो गयी है और परिणामस्वरूप शासकों के प्रति लोगों में हताशा और आक्रोश बढ रहा है और जनता अवज्ञा पर उतर आयी है।
Ways to Relieve Anxiety: डॉ. नवजोत सिंह सिद्धू, से जानें चिंता दूर करने के उपाय
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प्रेरणास्त्रोत : राजा भोज की उदारता
मार्ग में भूख लगने पर जब मैं खाने लगा, तभी एक कुतिया मेरे निकट आकर बैठ गई। स्पष्ट था कि वह भूखी थी। दया भाव से मैंने उसके सामने रोटी फेंक दी, जिसे वह कुतिया चट-पट खा गई।
खादी केवल वस्त्र नहीं अपितु विचार, स्वाभिमान और रोेजगार का माध्यम
एसीएस उद्योग डॉ. सुबोध अग्रवाल का मानना है कि ऐसे में खादी को अंतरराष्ट्रीय पटल पर बाजार दिलाने के लिए जयपुर में आयोजित ग्लोबल कॉन्फ्रेंस अपना अलग मायना रखती है।