रूहानी यादें: 12 मार्च 1993 को पिपली में सत्संग सुनने को उमड़ पड़ा था हुजूम
सेवादार बोले, यूं लगता है...
बच्चे को बोरी में बांध रहा था बदमाश, परम पिता जी ने खुद प्रकट होकर छुड़ाया
सरसा। मकान नं. 926 मोहल्ल...