Pashu Mela: उकलाना के बुढ़ाखेड़ा गांव में सीएम फ्लाइंग की बड़ी कार्रवाई

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Uklana News: उकलाना के बुढ़ाखेड़ा गांव में सीएम फ्लाइंग की बड़ी कार्रवाई

वर्षों से चल रहे अवैध पशु मेले पर छापा, 178 पशु मिले मेले में, 14.95 लाख रुपये पाए गए

  • प्रदेश में सरकार द्वारा पिछले कई सालों से पशु मेले बन्द करवाये हुए हैं लेकिन उकलाना में चल रहा था अवैध पशु मेला

उकलाना (सच कहूँ/कुलदीप स्वतंत्र)। Uklana News: उकलाना क्षेत्र के गांव बुढ़ाखेड़ा में पिछले कई वर्षों से अवैध रूप से आयोजित हो रहे पशु मेले पर शनिवार को सीएम फ्लाइंग टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए छापेमारी की। इस दौरान टीम ने मौके से 14 लाख 95 हजार रुपये की नकद राशि मेले से जुड़े आयोजकों के पास से बरामद हुई। सीएम फ्लाइंग टीम का नेतृत्व इंचार्ज सुनैना ने किया। उनके साथ ड्यूटी मजिस्ट्रेट तहसीलदार राजेश गर्ग, वेटरनरी सर्जन डॉ. संदीप मलिक, एसआई जितेंद्र, एएसई सुरेंद्र, एचसी विजय व पुलिस बल मौजूद था। टीम के पहुंचते ही मेला स्थल पर मौजूद सैकड़ों पशुपालकों, व्यापारियों और आयोजकों में हड़कंप मच गया। Uklana News

सीएम फ्लाइंग इन्चार्ज सुनैना ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर की गई इस कार्रवाई में टीम ने देखा कि मेला मैदान के भीतर 6 स्थानों पर अलग-अलग समूहों द्वारा पशु मेले का आयोजन किया जा रहा था। निरीक्षण के दौरान 134 भैंस और 44 गोवंश पाए गए, जो बिना किसी सरकारी अनुमति के बेचे-खरीदे जा रहे थे। जबकि प्रदेश सरकार द्वारा पिछले कई सालों से पशु मेलों को बन्द करवाया हुआ है।

बिना लाइसेंस चला रहे थे मेला, 6 आयोजकों के खिलाफ केस दर्ज

सीएम फ्लाइंग टीम की पूछताछ के दौरान आयोजकों – जगदीश, रामकुमार, भाल सिंह, प्यारेलाल, हवा सिंह व बिरुराम सभी निवासी गांव बुढ़ाखेड़ा ने स्वीकार किया कि उनके पास पशु मेले के आयोजन हेतु कोई वैध लाइसेंस या सरकारी अनुमति नहीं है। वे हर बुधवार और शनिवार को यह मेला लगाते थे, जिसमें पशुओं की खरीद-फरोख्त पर 2% तक का कमीशन वसूला जाता था। छापेमारी में टीम को कमीशन की रसीदें भी मिली हैं।

मेला स्थल की जगह 4 एकड़ जमीन प्रति माह 12 हजार रुपये किराया पर बिसम्बर दास से ली हुई है। जिसका लिखित में कोई एग्रीमेंट भी नहीं किया गया है। मेले के दौरान भैंस का जो दूध निकाला जाता है उसे भी मेला आयोजक रखते हैं और 40 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव में बेच देते हैं।

पशु क्रूरता अधिनियम का उल्लंघन, बीमार पशु भी मिले | Uklana News

पशु चिकित्सक डॉ. संदीप मलिक द्वारा किए गए निरीक्षण में पाया गया कि कई पशु बुखार और अन्य बीमारियों से ग्रसित थे। पशुओं के लिए न तो छाया की व्यवस्था थी और न ही समुचित चारा या पानी उपलब्ध था। आपातकालीन स्थिति में किसी प्रकार की पशु चिकित्सा सुविधा भी मौके पर मौजूद नहीं थी। ऐसे में पशु क्रूरता अधिनियम का उल्लंघन सामने आया।

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