भिवानी की मनीषा मामले में मुख्यमंत्री ने सीबीआई जांच की मांग स्वीकारी, फिर भी नहीं हो पाया अंतिम संस्कार

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Bhiwani: भिवानी की मनीषा मामले में मुख्यमंत्री ने सीबीआई जांच की मांग स्वीकारी, फिर भी नहीं हो पाया अंतिम संस्कार

भिवानी (इन्द्रवेश)। भिवानी जिला के ढ़ाणी लक्ष्मण गांव में महिला अध्यापिका मनीषा के मामले में संदिग्ध अवस्था में शव पाए जाने के सात दिन बाद भी शव का अंतिम संस्कार नहीं हो पाया है। इस मामले में गांव लक्ष्मणपुरा में चल रही कमेटी के सदस्यों ने मांग रखी थी कि इस सारे मामले की सीबीआई जांच करवाई जाए तथा पोस्टमार्टम एक बार फिर से ऐम्स से करवाया जाए। जिसको मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने मान लिया था तथा ट्वीट करके सीबीआई जांच करवाए जाने की बात कही थी। इस संबंध में प्रशासन व कमेटी सदस्यों के बीच बीती रात्रि सहमति बनने के बाद आज सुबह फिर से धरना दे दिया गया तथा अंतिम संस्कार नहीं हुआ। धरने पर भारी संख्या में धरने जमा हो गए तथा ऐम्स से विसरा रिपोर्ट की जांच की मांग करने लगे।

इस मामले में मृतिका के पिता संजय, कमेटी के सदस्य एवं हरियाणा सरपंच एसोसिएशन के पूर्व प्रधान सोमेश व गांव के सरपंच जय सिंह ने बताया कि सरकार ने उनकी मांग मान ली है तथा वे अंतिम संस्कार करवाए जाने पर सहमत है तथा बुधवार सुबह इनका अंतिम संस्कार करवा दिया जाएगा, परन्तु सुबह होते-होते भारी भीड़ जमा हो गई। भीड़ के बीच मृतिका के दादा रामकिशन ने भावुक होते हुए कहा कि इस मामले में कमेटी के सदस्यों ने ग्रामीणों के बीच में आए बगैर अंतिम संस्कार का फैसला ले लिया है। ऐसी स्थिति में वे कुछ भी कह पाने में सक्षम नहीं है तथा सारे मामले का निर्णय जनता पर छोड़ते है तथा वे डैड बॉडी लेकर गांव में पहुंचेंगे तथा निर्णय गांव ले। वही इस धरने में पहुंचे सुरेश कौथ ने कहा कि उन्हे हरियाणा पुलिस पर व हरियाणा के डॉक्टरों पर विश्वास नहीं है। ऐसे में ऐम्स से तीसरी बार पोस्टमार्टम करवाया जाए तथा नए सिरे से सैंपल लिए जाए। अब यह मामला फिर से विवादित होता नजर आ रहा है। ऐसे में प्रशासन व ग्रामीणों के बीच संवाद स्थापित करके मृतिक मनीषा के अंतिम संस्कार का प्रयास किया जा रहा है।

गौरतलब होगा कि इस मामले में 21 सदसीय कमेटी पहले भी बन चुकी थी। जिसकी प्रशासन से बात हुई थी तथा धरना उठा लिया गया था, परन्तु दोबारा फिर से मृतिका के गांव में शमशान घाट के बाहर दोबारा धरना दिया गया, परन्तु नई कमेटी के सदस्यों की बात को भी जनता ने नकार दिया गया। सूचना मिल रही है कि ग्रामीणों की मांग पर तीसरी बार एम्स में पोस्टमार्टम के लिए मनीषा के शव को ले जाया जा रहा है।