मानवता भलाई कार्यों को समर्पित रहा अवतार दिवस

Avatar Day of Shah Mastana Ji Maharaj dedicated to humanitarian works - Sach Kahoon

129वें पावन अवतार दिवस पर बेपरवाह सार्इं शाह मस्ताना जी महाराज को किया सजदा

  • 130 गभवर्ती महिलाओं और जरूरतमंदों को दी गर्म वस्त्रों सहित सामान की किटें

  • कुल का क्राऊन मुहिम के तहत हुई 24वीं शादी

सच कहूँ/सुनील वर्मा
सरसा। डेरा सच्चा सौदा के संस्थापक पूज्य बेपरवाह सार्इं शाह मस्ताना जी महाराज का 129वां पावन अवतार दिवस मानवता भलाई कार्यों को समर्पित रहा। इस पावन शुभ अवसर पर निराश्रयों को मकानों की चाबियां, 130 गर्भवर्ती महिलाओं व जरूरतमंदों को गर्म वस्त्रों सहित घरेलू जरूरत के सामान की किट दी गई। नामचर्चा के दौरान सरकार द्वारा निर्धारित सेनेटाइजेशन, मास्क लगाना और सोशल डिस्टेसिंग आदि नियमों का पालन किया गया।

incarnation day of Shah Mastana Ji Maharaj

कोरोना के मद्देनजर सेनेटाइजेशन, मास्क और सोशल डिस्टेसिंग का किया पालन

पावन अवतार दिवस पर सोमवार को शाह सतनाम जी धाम में नामचर्चा का आयोजन किया गया। नामचर्चा की शुरूआत में सत्संग पंडाल में सजी साध-संगत ने ‘धन-धन सतगुरु तेरा ही आसरा’ के पवित्र नारे के साथ पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां को पूजनीय बेपरवाह सार्इं शाह मस्ताना जी महाराज के पावन अवतार दिवस की बधाई दी। इसके पश्चात कविराज भाइयों ने भक्तिमय भजनों के माध्यम से सतगुरु की महिमा का गुणगान किया। तदोपरांत पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की एक रिकॉर्डिड वीडियो चलाई गई, जिसमें पूज्य गुरु जी ने बेपरवाह सार्इं मस्ताना जी महाराज के पवित्र जीवन और उनके मानवता पर किए गए परोपकारों पर प्रकाश डाला। पूज्य गुरु जी के रिकॉर्डिड वचनों को बड़ी-बड़ी स्क्रीनों के माध्यम से पंडाल में मास्क लगाकर और सोशल डिस्टेसिंग सहित नियमों का पालन करते हुए साध-संगत ने तन्मयता से सुना।

16 युगल विवाह बंधन में बंधे

इस अवसर पर बेपरवाह सार्इं शाह मस्ताना जी महाराज के सृष्टि और मानवता पर परोपकारों को दर्शाती एक डॉक्टयूमेंट्री भी चलाई गई। नामचर्चा के दौरान पूज्य गुरु जी द्वारा शुरू की गई बेटी से वंश चलाने की मुहिम ‘कुल का क्राऊन’ के तहत ये 24वीं शादी थी। वहीं आशियाना मुहिम के तहत कल्याणनगर ब्लॉक, सरसा और मोगा ब्लॉक (पंजाब) की साध-संगत द्वारा बनाए गए मकानों की चाबियां पात्र परिवारों को सौंपी गई। इसके अलावा डेरा सच्चा सौदा की मर्यादानुसार दिलजोड़ माला पहनाकर 16 युगल विवाह बंधन में बंधे। नामचर्चा में आई साध-संगत को कुछ ही मिनटों में प्रशाद और लंगर भोजन खिला दिया गया।

उल्लेखनीय है कि पूज्य सार्इं शाह मस्ताना जी महाराज ने सन् 1891 में कार्तिक की पूर्णमासी के दिन गाँव कोटड़ा, तहसील गंधेय जिला बिलोचिस्तान (वर्तमान में पाकिस्तान में है) में पूज्य पिता पिल्लामल जी व पूज्य माता तुलसां बाई जी के घर अवतार धारण किया। आपजी ने 29 अप्रैल 1948 में डेरा सच्चा सौदा की नींव रखी।

‘कुल का क्राऊन’ बेटी से भी चलेगा वंश

सरसा। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां द्वारा बेटी से वंश चलाने के लिए शुरू की गई मुहिम ‘कुल का क्राऊन’ के तहत पावन भंडारे के अवसर पर कुल का क्राऊन प्रभजोत आहूजा इन्सां पुत्री श्रीमती हाकमा देवी इन्सां एवं सचखंडवासी सत्यपाल आहूजा निवासी लुधियाना (पंजाब), भक्त मर्द गाजी सुखनप्रीत इन्सां पुत्र श्रीमती बिमला देवी इन्सां एवं सचखंडवासी कुलदीप कुमार कक्कड़ निवासी सरसा (हरियाणा) के संग विवाह बंधन में बंधी।

incarnation day of Shah Mastana Ji Maharaj

बता दें कि यह मुहिम पूज्य गुरु जी ने उन परिवारों की व्यथा को समझते हुए शुरू की थी, जिनके परिवार में सिर्फ बेटियां ही हैं। इसके तहत बेटी यानि कुल का क्राऊन, दूल्हे यानि भक्त मर्द गाजी को ब्याह कर अपने घर ले जाती हैं। यानि लड़की दूल्हे के ब्याह कर घर ले जाती है और इस तरह बेटी से परिवार का वंश चलता है। बता दें कि इस मुहिम के तहत ये 24वीं शादी है।

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