खादी या खद्दर भारत में हाथ से बनने वाले वस्त्रों को कहते हैं। खादी वस्त्र सूती, रेशम, या ऊन से बने हो सकते हैं। इनके लिए बनने वाला सूत चरखे की सहायता से बनाया जाता है। (Khadi Dress) खादी वस्त्रों की विशेषता है कि ये शरीर को गर्मी में ठण्डे और सर्दी में गरम रखते हैं। भारत के स्वतंत्रता आन्दोलन में खादी का बहुत महत्व रहा। गांधीजी ने 1920 के दशक में गाँवों को आत्मनिर्भर बनाने के लिये खादी के प्रचार-प्रसार पर बहुत जोर दिया था। खादी अब केवल बुजुर्गों ही नहीं युवाओं द्वारा भी पहनी जा रही है। विभिन्न डिजाइन व आकर्षक पैटर्न के कारण ही यह युवाओं की पसंदीदा बन गई है। खादी के बने कपड़े गर्मी और सर्दी दोनों ही मौसम के अनुकूल होते हैं।

गर्मी के मौसम में ये पसीने को सोख लेते हैं, साथ ही मजबूत होने के कारण सर्दियों में ये ठंड से भी बचाते हैं। ये वस्त्र जितने धोए जाते हैं, उतना ही इनका लुक बेहतर होता जाता है। यह मजबूत कपड़ा होता है और कई साल तक नहीं फटता। ये त्वचा के लिए नुकसानदायक नहीं है। हां, इतना आप भी ख्याल रखें कि गर्मी के मौसम में हल्की खादी के बने और पेस्टल रंग के वस्त्र लें और सर्दियों में मोटी खादी के एम्ब्रॉयडरी किए गए परिधान पहनें।
हर तरह के हो रहे प्रयोग
खादी का इस्तेमाल ट्रेंडी व मॉडर्न दोनों ही तरह के ड्रेस डिजाइन में किया जा रहा है। लोग इसके ट्रेंडी स्वरूप को खूब पसंद कर रहे हैं। इन कलेक्शन में शेल बटन, मेटल जिपर, पीतल का बटन, लकड़ी के बटन का इस्तेमाल किया गया है। इसके साथ फिनिशिंग एंड फिट का बहुत ध्यान रखा जा रहा है। लड़कियों के सेगमेंट में खादी के पलाजो, कुर्ती, शर्ट, ट्यूनिक, लांग पार्टी ड्रेसेज, लांग कुर्ता मुख्य हैं। वहीं लड़कों के लिए प्रिंस बंडी, शॉर्ट हाफ स्लीव शर्ट, कट एंड सीव शर्ट्स आदि डिजाइन कर बाजार में उतारे जा रहे हैं। खादी के ऐसे डिजाइन युवाओं में नया ट्रेंड बन कर उभर रहे हैं।
अब ट्रेडिशनल नहीं रही खादी
पिछले 10 सालों से फैशन के क्षेत्र में काम कर रहे इमरान बताते हैं कि अब खादी ट्रेडिशनल नहीं रह गया है। खादी को लेकर लोगों में जिज्ञासा पैदा हुई है। इसके बारे में लोग जानना चाहते हैैं। अब लोग खुद आकर सवाल करते हैं कि खादी में क्या कुछ नया आया है। वे बताते हैं कि मैंने खुद भी खादी के ट्रेंड को बदलने के लिए काफी काम किया है।
ट्राइबल आर्ट का ट्रेंड
खादी के कपड़ों में ट्राइबल आर्ट का ट्रेंड इन दिनों काफी पसंद किया जा रहा है। युवाओं के बीच खादी के कपड़ों में ट्राइबल आर्ट पसंद किए जा रहे हैं। मधुबनी पेंटिंग, सोहराई पेंटिंग फैशन में है। इसके अलावा ब्राइडल कलेक्शन भी काफी पंसद किए जा रहे हैं। इसमें प्योर खादी और खादी सिल्क का इस्तेमाल किया जा रहा है। ब्राइडल सेगमेंट में जरदोजी व हैंड इंबॉर्डरी का काम होता है, जो लेटेस्ट है।
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