डेरा सच्चा सौदा की प्रेरणा से वंश बन गया कई ज़िंदगियों के लिए वरदान
Organ Donation: चंडीगढ़ (अश्वनी चावला): संगरूर जिले के लहरागागा नगर में निवास करने वाले डेरा सच्चा सौदा अनुयायी परिवार के 11 माह के शिशु ‘वंश’ ने अपनी अल्पायु में ही वह कार्य कर दिखाया, जो सामान्यतः बड़े भी नहीं कर पाते। इस मासूम ने न केवल अपने अंग दान कर अनेक ज़िंदगियों को नवजीवन दिया, बल्कि उसका सम्पूर्ण शरीर भी चिकित्सा अनुसंधान हेतु समर्पित कर दिया गया। Punjab News
प्राप्त जानकारी के अनुसार, यह पुण्य कार्य डेरा सच्चा सौदा की पावन शिक्षाओं से प्रेरित होकर परिवार द्वारा किया गया। 27 जून 2024 को जन्मे वंश ने मात्र 11 महीनों में संसार को अलविदा कह दिया, किंतु उसके जाने के बाद भी वह कई जरूरतमंद बच्चों के लिए आशा की किरण बन गया। बच्चे के पिता श्री टोनी बंसल ने बताया कि 16 मई को एक दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में वंश सिर के बल गिर गया। उसे तत्काल संगरूर अस्पताल में भर्ती करवाया गया, परंतु स्थिति गंभीर होने पर पीजीआई चंडीगढ़ स्थानांतरित किया गया। चिकित्सकों ने जाँच उपरांत बताया कि वंश ब्रेन डेड हो चुका है, किंतु उसके अंग अभी कार्यरत हैं।
पीजीआई में छोटे बच्चों को जीवन की आशा केवल अंग प्रत्यारोपण से ही | Punjab News
इसी बीच, डॉक्टरों ने परिवार को यह जानकारी दी कि पीजीआई में कई छोटे बच्चे ऐसे हैं, जिन्हें जीवन की आशा केवल अंग प्रत्यारोपण से ही है। इस पर वंश के माता-पिता तथा परिवारजनों ने परामर्श किया और सर्वसम्मति से अंगदान तथा देहदान का निर्णय लिया। परिवार का यह निर्णय डेरा सच्चा सौदा के पावन मार्गदर्शन से प्रेरित था। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की शिक्षाओं का अनुसरण करते हुए परिवार ने न केवल अंगदान किया, अपितु वंश का शरीर भी चिकित्सा अनुसंधान हेतु समर्पित कर दिया।
पीजीआई प्रशासन ने वंश के माता-पिता के इस महान निर्णय हेतु उनका हार्दिक धन्यवाद ज्ञापित किया तथा डेरा सच्चा सौदा एवं पूज्य गुरु जी की शिक्षाओं की सराहना की। उन्होंने कहा कि ऐसे प्रेरणादायक कार्य समाज में नई चेतना एवं सकारात्मकता का संचार करते हैं। Punjab News