
नई दिल्ली। भारतीय सेना के वीर अधिकारी मेजर मोहित शर्मा के माता-पिता ने दिल्ली उच्च न्यायालय में एक याचिका दाखिल की है, जिसमें उन्होंने अभिनेता रणवीर सिंह अभिनीत और निर्देशक आदित्य धर द्वारा बनाई जा रही आगामी फ़िल्म ‘धुरंधर’ की रिलीज़ पर तत्काल रोक लगाने का अनुरोध किया है। Dhurandhar
याचिकाकर्ताओं का कहना है कि यह फ़िल्म मेजर मोहित शर्मा के गुप्त सैन्य अभियानों और शहादत से मेल खाती प्रतीत होती है, विशेष रूप से कश्मीर में उनके अंडरकवर मिशन से संबंधित घटनाओं से। उनका आरोप है कि न तो परिवार से और न ही भारतीय सेना से इस विषय में पूर्व अनुमति ली गई।
याचिका के अनुसार, फ़िल्म के ट्रेलर और प्रचार सामग्री में दिखाए गए कई दृश्य वास्तविक घटनाओं से साम्य रखते हैं, जिससे ऐसा प्रतीत होता है कि शहीद अधिकारी के जीवन को व्यावसायिक लाभ का साधन बनाया गया है। परिवार ने कहा कि यह कार्य संविधान के अनुच्छेद 21 के अंतर्गत शहीद के मरणोपरांत व्यक्तित्व अधिकारों, तथा परिवार के सम्मान और निजता के अधिकारों का उल्लंघन है। Dhurandhar
परिजनों ने यह भी आशंका व्यक्त की कि फ़िल्म में संवेदनशील सैन्य रणनीतियाँ, घुसपैठ की योजनाएँ तथा ऑपरेशन से जुड़ी तकनीकें प्रदर्शित की गई हैं, जिससे राष्ट्रीय सुरक्षा को संभावित खतरा हो सकता है। उनका कहना है कि फ़िल्म निर्माताओं ने संबंधित अधिकृत सैन्य विभाग, जैसे ADGPI, से अनुमति लेने का कोई प्रयास नहीं किया।
फ़िल्म निर्माताओं का पक्ष
दूसरी ओर, निर्देशक आदित्य धर ने सार्वजनिक रूप से स्पष्ट किया है कि ‘धुरंधर’ का वास्तविक जीवन से कोई संबंध नहीं है और यह पूरी तरह काल्पनिक कथा पर आधारित है। उन्होंने सोशल मीडिया पर कहा है कि फ़िल्म को किसी भी वास्तविक व्यक्ति की जीवन-कथा से जोड़कर देखना उचित नहीं।
“हाय, सर – हमारी फिल्म धुरंधर बहादुर मेजर मोहित शर्मा AC(P) SM की ज़िंदगी पर आधारित नहीं है। यह एक ऑफिशियल क्लैरिफिकेशन है।” उन्होंने आगे कहा, “मैं आपको भरोसा दिलाता हूं, अगर हम भविष्य में मोहित सर पर बायोपिक बनाते हैं, तो हम इसे पूरी सहमति और परिवार से पूरी सलाह-मशविरा करके बनाएंगे, और इस तरह से करेंगे जो देश के लिए उनके बलिदान और हम सभी के लिए छोड़ी गई विरासत का सच में सम्मान करे।” Dhurandhar














