चलने फिरने में असमर्थ नीतिन इन्सां बना ‘पॉवर लिफ्टिंग चैंपियन’

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Mandi Gobindgarh News: चलने फिरने में असमर्थ नीतिन इन्सां बना ‘पॉवर लिफ्टिंग चैंपियन’

मंडी गोबिंदगढ़ (सच कहूँ/अनिल लुटावा)। Mandi Gobindgarh News: अगर सही मार्गदर्शन और हौंसला मिले तो युवा कुछ भी कर सकते हैं। ऐसा ही विलक्षण कर दिखाया मंडी गोबिंदगढ़ निवासी 15 वर्षीय नीतिन इन्सां ने पंजाब के जिला फतेहगढ़ साहिब मंडी गोबिंदगढ़ निवासी नीतिन इन्सां चलने फिरने में असमर्थ है और उसे खड़ा रहने के लिए भी ‘वॉकर’ का सहारा लेना पड़ता है। लेकिन नीतिन इन्सां ने पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां के पावन आशीर्वाद व प्रेरणा से पॉवर लिफ्टिंग में चैंपियन बन गया। नीतिन इन्सां ने महज 15 साल की उम्र तक पहुँचते-पहुँचते ही मेडल्स का ढेर लगा दिया।

उसने एमेटी यूनिवर्सिटी नोएडा में आयोजित पैरा ओलम्पिक सब जूनियर कैटेगरी में 102 किलो वजन उठाकर स्वर्ण पदक जीता और स्टेट लेवल पर खेलते हुए पटियाला व फतेहगढ़ साहिब में आयोजित प्रतियोगिता में दो स्वर्ण पदक हासिल किए। लुधियाना में आयोजित ‘खेडां वतन पंजाब दियां’ में एक रजत पदक हासिल किया। वहीं जिला स्तर पर तीन स्वर्ण पदक प्राप्त किए। मंडी गोबिंदगढ़ के सच्चे नम्र सेवादार दौलत राम राजू इन्सां का बेटा नीतिन इन्सां बचपन से ही विकलांगता से जूझ रहा था, लेकिन हिम्मत और जुनून की बदौलत उसने अपनी जिÞंदगी को बोझ नहीं बनने दिया। हर रोज की सख्त मेहनत, दृढ़ विश्वास और अटूट इरादों से उसने वह कर दिखाया जो हृष्ट पुष्ट लोगों के लिए भी आसान नहीं है। Mandi Gobindgarh News

उल्लेखनीय है कि जोन स्तर के मुकाबलों में नीतिन ने ओपन कैटेगरी में हिस्सा लिया और अपनी उम्र से 20-30 साल बड़े खिलाड़ियों से मुकाबला किया। वहां भी वह एक मजबूत खिलाड़ी के रूप में उभरा और कई पदक जीते। वहीं फतेहगढ़ साहिब के जिला प्रशासन ने भी नीतिन इन्सां की खेल उपलब्धियों को देखते हुए उसे सम्मानित किया है।

यह सब पूज्य गुरु जी के पावन आशीर्वाद से संभव

नीतिन इन्सां के पिता और सच्चे नम्र सेवादार दौलत राम राजू इन्सां ने बताया कि यह सब पूज्य गुरुजी के पावन आशीर्वाद से ही संभव हो पाया। उन्होंने बताया कि डॉक्टरों ने नीतिन की माता का स्कैन करने के बाद कह दिया था कि यह बच्चा चल-फिर नहीं सकेगा, इसलिए अबॉर्शन करवा लेना ही ठीक रहेगा, लेकिन परिवार डेरा सच्चा सौदा से जुड़ा होने और पूज्य गुरुजी के पावन वचनों पर अमल करते हुए अबॉर्शन न करवाने का फैसला लिया। इसके बाद परिवार ने हर तरह से नीतिन को सहयोग दिया और उसका मनोबल कभी गिरने नहीं दिया।

परिवार में तीन बच्चों में सबसे छोटा है नीतिन | Mandi Gobindgarh News

सच्चे नम्र सेवादार दौलत राम राजू इन्सां ने बताया कि उनके तीन बच्चे हैं तथा नीतिन सबसे छोटा है। बड़ा बेटा जतिन व बेटा सिमरन सहित परिवार के सभी लोगों ने नीतिन का खेलों में पूरा सहयोग दिया। उन्होंने बताया कि नीतिन को पहले डाँस का शौक था परंतु कोविड के दौरान लॉकडाउन लग जाने के कारण उसकी प्रेक्टिस रुक गई। जिसके बाद उसने पॉवर लिफ्टिंग में हाथ आजमाया। दौलत राम राजू इन्सां ने बताया कि बेशक बेटे के पांव कुछ कमजोर है, परंतु उन्हें अपने सतगुरु पर पूर्ण विश्वास था व पूज्य गुरुजी के आशीर्वाद से ही यह संभव हुआ है।

कमजोरी को नजर अंदाज कर शरीर और बाजूओं को बनाया अपनी ताकत

नीतिन इन्सां ने बताया कि वह जन्म से ही पैरों की समस्या से पीड़ित है, लेकिन उसने इसे नजरअंदाज कर अपने शरीर और बाजुओं की ताकत को अपनी शक्ति बनाया और लगातार जीत हासिल की। अपनी कमजोरी को असली ताकत बनाने का हौसला उसे पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन शिक्षाओं और प्रेरणाओं से मिला।

शाकाहार और फलों के रस को प्राथमिकता

नीतिन इन्सां ने कहा कि जहां इस खेल के लिए अन्य खिलाड़ी अक्सर नॉन-वेज और बाजारी प्रोटीन को प्राथमिकता देते हैं, वहीं उसने पूज्य गुरु जी के पावन वचनों पर अमल करते हुए केवल घर का शाकाहारी भोजन और फलों का रस लेकर यह उपलब्धि हासिल की। उसने यह भी बताया कि उसके कोच की ट्रेनिंग और कड़ी मेहनत का ही परिणाम है कि उसने 220 किलो वजन को 25 सैकेंड तक होल्ड करके रखा। Mandi Gobindgarh News

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