Dual Degree: सच कहूँ/संदीप सिंहमार हिसार। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग(यूजीसी) ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है, जो लाखों विद्यार्थियों के लिए राहत की खबर लेकर आया है। इस निर्णय में यूजीसी ने दोहरी डिग्री को लेकर पुराने नियमों में बदलाव किया है, जिससे न केवल वर्तमान छात्रों को, बल्कि 2022 से पहले दो कोर्स करने वाले छात्रों को भी सुविधा मिली है। यह बदलाव छात्रों की मेहनत और समर्पण को मान्यता देने के लिए एक सकारात्मक कदम है और भारतीय शिक्षा प्रणाली में एक नई दिशा का संकेत है।
पुराने नियमों में किया संशोधन | Dual Degree
पहले यूजीसी की गाइडलाइन यह स्पष्ट करती था कि एक छात्र एक समय में केवल एक ही डिग्री कोर्स कर सकता है। 2022 में इस नियम में कुछ राहत दी गई थी, लेकिन इस नियम के तहत 13 अप्रैल 2022 के बाद से की गई ड्यूल डिग्री मान्य की गई थी। अब 2022 से पहले की गई ड्यूल डिग्री को भी मान्यता दी गई है। बशर्ते कि दोनों डिग्री की कक्षा का समय अलग होना चाहिए या फिर एक डिग्री रेगुलर व दूसरी ओपन डिस्टेंस लर्निंग से होनी चाहिए।
नई गाइडलाइन से कर्मचारियों को भी होगा फायदा
इस प्रकार के लचीलापन से छात्रों को अपने अध्ययन के तरीकों में विविधता लाने और अपनी क्षमताओं का सर्वाधिक लाभ उठाने का अवसर मिलेगा। वहीं कर्मचारियों को भी फायदा मिलेगा।
साबित होगा सकारात्मक बदलाव
नई गाइडलाइन न केवल वर्तमान छात्रों के लिए एक सकारात्मक बदलाव है, बल्कि यह उन लाखों विद्यार्थियों के लिए भी सफलता की एक नई दिशा का संकेत है, जिन्होंने अपने लक्ष्य प्राप्त करने के लिए अपनी क्षमता का पूरा उपयोग किया।