दूसरे दिन भी जाम रहा रोडवेज का चक्का

Hissar Depot, Buses, Closed, Haryana Roadways, Raised, Workers, Roadways union

निजी बसों के टाइमटेबल को लेकर हिसार व हांसी में विरोध

हिसार/हांसी (सच कहूँ न्यूज)। निजी आॅपरेटर की बसों को टाइम देने के विरोध में शुक्रवार को हिसार के बाद हांसी में भी रोडवेज ने हड़ताल कर दी। हालांकि शुक्रवार सुबह तो रोडवेज की बसें अपनी रूटों पर दौड़ रही थी, लेकिन थोड़े समय बाद ही रोडवेज यूनियन के पदाधिकारियों ने हिसार डिपो की बसें बंद करवा दी।

दूसरे दिन भी हिसार में सभी सरकारी बसें वर्कशॉप से बाहर नहीं निकाली गई। इसी प्रकार हांसी में भी बस स्टैण्ड परिसर में ही सभी बसें पार्क कर दी गई। इस दौरान हालांकि पुलिस बल जरूर तैनात रहा, लेकिन यात्रियों के आवागमन के लिए प्रशासनिक तौर पर कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं की गई। हांसी में अचानक हुई रोडवेज की हड़ताल के चलते यात्रियों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

सरकार व रोडवेज के बीच पिस रहे यात्री

लोगों को मौके पर ही अपना रूट बदलना पड़ा। ऐसे में काफी यात्रियों को मायूस होकर वापस लौटना पड़ा। वहीं रोडवेज की हड़ताल के चलते प्राइवेट बस चालकों ने जमकर चांदी कूटी। प्राइवेट बस चालकों ने विभिन्न रूटों पर बस दौड़ाई। इससे छोटे रूट पर जाने वाले लोगों को सुविधा मिल गई, जबकि लंबे रूट पर जाने वाले यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।

हिसार से करीब 200 व हांसी बस स्टैंड से 46 बसे विभिन्न रूटों पर चलती है। ऐसे में रोडवेज की स्ट्राइक के चलते सभी बसों के पहिये थम गए हैं। हालांकि दूसरे डिपो की बसों को बंद नहीं किया गया। वहीं यूनियन कर्मचारियों का कहना है कि अगर जल्द ही उनकी मांगे नहीं मानी गई तो प्रदेश भर में चक्का जाम किया जाएगा।

इस सम्बंध कर्मचारी नेता दलबीर किरमारा ने कहा कि रोडवेज की हिसार डिपो की सभी बसें बंद की हैं। उन्होंने बताया कि इससे पहले भी सरकार के साथ निजी आॅपरेटर को गलत टाइम देने के विरोध में बैठक की गई थी। जहां सरकार ने उनकी मांगों पर एक बार तो सहमति जता दी। जबकि बाद में सरकार अपने वायदों से मुकर गई। कई प्राइवेट बसें ऐसी है जोकि नए परमिट पर चल रही है।

एटक ने दिया रोड़वेज कर्मचारियों के आंदोलन को समर्थन

रोडवेज कर्मचारियों के आंदोलन को एटक ने अपना समर्थन दिया। राज्य उपप्रधान सहगल व राज्य सचिव का. रूप सिंह ने कहा कि रोडवेज की आठों यूनियनों की संयुक्त बैठकें बार-बार परिवहन मंत्री, अतिरिक्त मुख्य सचिव, महानिदेशक राज्य परिवहन व अन्य से नई परिवहन नीति के कारण पैदा हुए हालातों के समाधान को लेकर हो रही हैं।

उन्होंने कहा कि सरकार की इस नीति के कारण राज्य की परिवहन सेवाएं ठप्प हो चुकी हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार की सुनियोजित नीति अधीन नई परिवहन नीति के नाम पर राज्य परिवहन को बर्बाद किया जा रहा है। एटक के राज्य उपप्रधान व राज्य सचिव ने आंदोलनरत रोडवेज कर्मचारियों को पूर्ण समर्थन देने का आश्वासन दिया व हर संभव मदद करने का भी भरोसा दिलाया।

Hindi News से जुडे अन्य अपडेट हासिल करने के लिए हमें Facebook और Twitter पर फॉलो करें।