
Fastag Annual Pass: अनु सैनी। देश में सड़क परिवहन को आसान और तेज़ बनाने के लिए लगातार नई योजनाएं लागू की जा रही हैं। इन्हीं योजनाओं में एक अहम कदम है FASTag एनुअल पास, जिसे सरकार ने 15 अगस्त से लागू कर दिया है। इस पास का उद्देश्य यात्रियों को टोल प्लाजा पर लंबी लाइनों से मुक्ति दिलाना और एक झटके में टोल भुगतान सुनिश्चित करना है। लेकिन ध्यान देने वाली बात यह है कि यह एनुअल पास हर जगह मान्य नहीं होगा। इसका इस्तेमाल सिर्फ चुनिंदा नेशनल हाईवे और एक्सप्रेसवे पर ही किया जा सकेगा। इसलिए अगर आप लंबी दूरी की यात्रा पर निकलने वाले हैं, तो यह जानना बेहद जरूरी है कि आपका रूट इसमें शामिल है या नहीं।FASTag एनुअल पास क्या है? FASTag एनुअल पास, नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) द्वारा शुरू की गई एक विशेष योजना है। इसके तहत यात्री एक बार 3000 रुपये जमा करके एक साल तक या अधिकतम 200 ट्रिप्स तक बिना अतिरिक्त शुल्क चुकाए यात्रा कर सकते हैं।
फीस: 3000 रुपये | Fastag Annual Pass
अवधि: 1 साल (या 200 ट्रिप, जो पहले पूरा हो)
उद्देश्य: बार-बार टोल भुगतान से मुक्ति और आसान यात्रा
इस पास के जरिए टोल प्लाजा पर रुकने की झंझट कम हो जाएगी और लोग बिना किसी परेशानी के नेशनल हाईवे और एक्सप्रेसवे से सफर कर सकेंगे।
किन हाईवे और एक्सप्रेसवे पर मान्य होगा एनुअल FASTag पास?
सरकार ने फिलहाल इस योजना को देश के कुछ प्रमुख नेशनल हाईवे और एक्सप्रेसवे पर ही लागू किया है। इनमें देश के उत्तर से लेकर दक्षिण और पूर्व से लेकर पश्चिम तक के कई महत्वपूर्ण रूट शामिल हैं।
बड़े नेशनल हाईवे
1. नेशनल हाईवे-44 (NH-44): श्रीनगर से कन्याकुमारी तक फैला हुआ यह देश का सबसे लंबा नेशनल हाईवे है।
2. नेशनल हाईवे-19 (NH-19): दिल्ली से कोलकाता तक जाने वाला यह रूट पूर्वी भारत को राजधानी से जोड़ता है।
3. नेशनल हाईवे-16 (NH-16): कोलकाता से लेकर पूर्वी तट पर फैला हुआ यह हाईवे राज्यों के बीच कनेक्टिविटी बढ़ाता है।
4. नेशनल हाईवे-48 (NH-48): उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर का अहम हिस्सा है।
5. नेशनल हाईवे-27 (NH-27): पोरबंदर से सिलचर तक जाने वाला यह हाईवे पूरे भारत के पूर्व और पश्चिम हिस्सों को जोड़ता है।
6. नेशनल हाईवे-65 (NH-65): पुणे से मछलीपट्टनम तक जाने वाला यह रूट दक्षिण भारत के लिए महत्वपूर्ण है।
7. नेशनल हाईवे-3 (NH-3): आगरा से मुंबई तक का यह मार्ग व्यापार और यात्रा दोनों के लिहाज से बेहद अहम है।
8. नेशनल हाईवे-11 (NH-11): आगरा से बीकानेर तक जाने वाला यह हाईवे राजस्थान और उत्तर भारत की कनेक्टिविटी बढ़ाता है।
प्रमुख एक्सप्रेसवे
दिल्ली–मुंबई एक्सप्रेसवे
मुंबई–नासिक एक्सप्रेसवे
मुंबई–सूरत एक्सप्रेसवे
मुंबई–रत्नागिरी एक्सप्रेसवे
चेन्नई–सलेम एक्सप्रेसवे
दिल्ली–मेरठ एक्सप्रेसवे
अहमदाबाद–वडोदरा एक्सप्रेसवे
ईस्टर्न पेरिफेरल एक्सप्रेसवे
इन सभी रूट्स पर FASTag एनुअल पास का उपयोग करके आप बिना बार-बार भुगतान किए यात्रा कर सकते हैं।
कहां मान्य नहीं होगा FASTag एनुअल पास?
यह जानना भी उतना ही जरूरी है कि यह पास हर हाईवे और एक्सप्रेसवे पर मान्य नहीं है। सरकार ने साफ कर दिया है कि यह पास केवल NHAI द्वारा प्रबंधित नेशनल हाईवे और एक्सप्रेसवे पर ही लागू होगा।
स्टेट हाईवे: राज्य सरकारों द्वारा संचालित हाईवे पर यह पास मान्य नहीं होगा।
प्राइवेट डेवलपर्स द्वारा बनाए गए एक्सप्रेसवे: कई राज्यों में प्राइवेट कंपनियों द्वारा बनाए और संचालित किए जाने वाले एक्सप्रेसवे हैं। उन पर यह सुविधा उपलब्ध नहीं होगी।
स्थानीय टोल प्लाजा: छोटे टोल या शहरों के अंदर वाले टोल बूथ पर भी यह पास इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा।
ऐसे रूट्स पर आपको सामान्य FASTag या कैश के जरिए ही टोल भुगतान करना होगा।
क्यों जरूरी है एनुअल FASTag पास?
FASTag एनुअल पास शुरू करने का मुख्य उद्देश्य यात्रियों को टोल प्लाजा पर रुकने से होने वाली परेशानियों से बचाना है।
फायदे
1. समय की बचत – टोल प्लाजा पर रुकने और भुगतान की प्रक्रिया से मुक्ति।
2. आर्थिक सुविधा – एक बार भुगतान करने के बाद सालभर या 200 ट्रिप तक अतिरिक्त खर्च नहीं।
3. सुगम यात्रा – लंबी दूरी तय करने वालों के लिए बेहतरीन विकल्प।
4. राष्ट्रीय स्तर पर सुविधा – कई बड़े हाईवे और एक्सप्रेसवे पर एकसमान सेवा।
किन लोगों के लिए सबसे ज्यादा फायदेमंद?
लंबी दूरी की यात्रा करने वाले यात्री – जैसे कि दिल्ली से मुंबई, दिल्ली से कोलकाता या दक्षिण भारत तक का सफर करने वाले।
कमर्शियल वाहन मालिक – जिन्हें बार-बार टोल प्लाजा से गुजरना पड़ता है।
राज्य से बाहर काम करने वाले लोग – जो साल में कई बार यात्रा करते हैं।
यात्रा से पहले क्या करें?
अगर आप एनुअल FASTag पास लेने का सोच रहे हैं, तो इन बातों का ध्यान रखें:-
यात्रा करने से पहले यह चेक कर लें कि आपका रूट इस पास में शामिल है या नहीं।
जिन हाईवे और एक्सप्रेसवे पर यह पास मान्य नहीं है, वहां सामान्य FASTag रखना जरूरी है।
किसी भी दिक्कत से बचने के लिए यात्रा से पहले NHAI की वेबसाइट या FASTag सेवा प्रदाता से जानकारी हासिल करें।
निचोड़
FASTag एनुअल पास निश्चित तौर पर यात्रियों के लिए बड़ी राहत है। यह न केवल समय बचाएगा बल्कि यात्रा को सुगम और आरामदायक बनाएगा। हालांकि, यह ध्यान रखना जरूरी है कि यह पास हर जगह लागू नहीं है।
इसलिए अगर आप नेशनल हाईवे 44, 19, 16, 48, 27, 65, 3, 11 या दिल्ली-मुंबई, दिल्ली-Meerut,अहमदाबाद-वडोदरा, ईस्टर्न पेरिफेरल जैसे एक्सप्रेसवे पर यात्रा कर रहे हैं, तो यह आपके लिए बेहद फायदेमंद साबित होगा। वहीं, स्टेट हाईवे और प्राइवेट डेवलपर्स द्वारा बनाए गए रूट्स पर आपको सामान्य FASTag या कैश का ही इस्तेमाल करना होगा।
इस तरह, FASTag एनुअल पास एक बड़ा कदम है जो आने वाले समय में देश की सड़क यात्राओं को और ज्यादा आसान और तेज़ बना देगा।