इंटरनेट के साथ ऑनलाइन क्लास भी ठप, छात्र परेशान

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स्कूल टीचर्स नहीं भेज सके होमवर्क  Internet off

सच कहूँ/देवीलाल बारना कुरुक्षेत्र। इंटरनेट की आमजन को ऐसी आदत पड़ गई है कि कुछ समय के लिए इंटरनेट से दूरी बर्दाश्त नहीं। किसान आंदोलन के चलते सरकार द्वारा शुक्रवार को 5 बजे एक दिन के लिए इंटरनेट बंद कर दिया गया था, शनिवार को पांच बजते ही लोगों की आंखे मोबाईल पर अटक गई कि इंटरनेट सेवाएं शुरु होंगी लेकिन पांच बजे इंटरनेट सेवा शुरु नही हुई। वहीं पोस्टपेड व प्रीपेड मोबाइल की इंटरनेट सेवाएं बंद होने से घरों पर आॅनलाइन पढ़ाई करने वाले बच्चों की परेशानी बढ़ गई। शनिवार को स्कूल टीचर्स होमवर्क नही भेज सके और जिन्होंने वाईफाई के माध्यम से होकवर्क भेजा उसे विद्यार्थी नहीं देख सके।

प्रीपेड व पोस्टपेड मोबाइल में इंटरनेट सेवाएं रही प्रभावित 

प्राप्त आंकडों के अनुसार प्रीपेड उपभोक्ताओं की संख्या में बीएसएनएल साढ़े 3 लाख, एयरटेल 2 लाख, बोडाफोन-आइडिया 2 लाख, जियो साढे 3 लाख हैं।  इंटरनेट सेवाएं बंद होने से घर पर आॅनलाइन पढ़ाई करने वाले बच्चों का पाठ्यक्रम प्रभावित हो रहा है। शुक्रवार को दोपहर के बाद से प्रीपेड व पोस्टपेड मोबाइल में इंटरनेट सेवाएं प्रभावित रही। सायं करीब 5 बजते- बजते भारत संचार निगम लि. सहित निजी संचार कंपनियों के करीब 11 लाख मोबाइल की इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई है।

जैसे ही आदेश मिलेगा इंटरनेट चालू कर दिया जाएगा: हरि सिंह

इस संबंध में हरि सिंह, महाप्रबंधक बीएसएनएन अंबाला का कहना है कि सरकार और प्रशासन की तरफ से प्रीपेड मोबाइल सेवाओं में इंटरनेट को अस्थाई रूप से बंद करने संबंधी पत्र मिला।  इसके बाद शुक्रवार सायं 5 से शनिवार सायं 5 बजे तक 24 घंटे से इंटरनेट सेवाएं बंद कर दिया गया था लेकिन उसके बाद कोई आदेश नहीं आया है। जैसे ही आदेश मिलेगा इंटरनेट चालू कर दिया जाएगा।

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