Yogandhra 2025: नई दिल्ली। ‘योगांध्र 2025’ कार्यक्रम को गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में स्थान मिलने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने पहली बार प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने आंध्र प्रदेश के नागरिकों की सराहना करते हुए कहा कि राज्य के लोगों ने जिस भावना और सामूहिक प्रयास से योग को अपनाया है, वह पूरे देश के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगा। Andhra Pradesh News
प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया मंच एक्स (पूर्व ट्विटर) पर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड की पोस्ट को साझा करते हुए लिखा,
“योग एक बार फिर लोगों को जोड़ने का माध्यम बना है। आंध्र प्रदेश के नागरिकों को हार्दिक बधाई, जिन्होंने योग को अपनाकर इस जनआंदोलन को नई ऊँचाइयों तक पहुंचाया है। योगांध्र की यह पहल और विशाखापत्तनम में आयोजित कार्यक्रम, जिसमें मैंने भी भाग लिया, स्वास्थ्य और सुख-समृद्धि की दिशा में लाखों लोगों को प्रेरित करता रहेगा।”
इस कार्यक्रम में भाग लेकर प्रधानमंत्री ने आरके बीच पर आयोजित सामूहिक योग सत्र का नेतृत्व किया। उनके साथ आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू, उपमुख्यमंत्री पवन कल्याण, राज्यपाल एस. अब्दुल नजीर और कई केंद्रीय व राज्य मंत्री भी उपस्थित थे। मुख्यमंत्री नायडू ने इस उपलब्धि को राज्य के नागरिकों की सामूहिक मेहनत का परिणाम बताया। उन्होंने कहा, “मैं सभी नागरिकों का आभार प्रकट करता हूँ जिन्होंने इस ऐतिहासिक उपलब्धि को संभव बनाया। यह दिखाता है कि जब समाज एकजुट होकर किसी लक्ष्य के लिए कार्य करता है, तो वह असंभव को भी संभव बना सकता है।”
इतिहास रचने वाला आयोजन | Andhra Pradesh News
इस आयोजन में 3,00,105 लोगों ने भाग लिया, जिससे यह अब तक का सबसे बड़ा योग अभ्यास सत्र बन गया। इससे पहले 2023 में सूरत में आयोजित योग कार्यक्रम में 1.47 लाख प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया था, जिसे अब योगांध्र कार्यक्रम ने पीछे छोड़ दिया है।
कार्यक्रम का आयोजन विशाखापत्तनम के आरके बीच से लेकर भोगापुरम तक 28 किलोमीटर के क्षेत्र में किया गया। आयोजन से एक दिन पहले 22,122 आदिवासी छात्रों द्वारा एक साथ सूर्य नमस्कार करने का प्रदर्शन भी हुआ, जिसने सबसे बड़े समन्वित सूर्य नमस्कार का नया रिकॉर्ड बनाया। राज्य सरकार ने इस आयोजन के माध्यम से कुल 21 गिनीज रिकॉर्ड प्राप्त किए, जो इसके सुचारु प्रबंधन, जनभागीदारी और संगठित प्रयासों को दर्शाते हैं।