आम जनता के स्वास्थ्य के साथ हो रहा खिलवाड़

घड़साना (सच कहूँ न्यूज)। उपखंड परिक्षेत्र के ग्रमीण इलाके में मेडिकल स्टोर कुकरमुतों की भांति खुल गए है। इन मेडिकल स्टोर के मालिक धन कमाने की लालसा में आम जनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ कर रहे है। वहीं जेनरिक दिल्ली मैड दवाइयां बेच रहे है। ग्रामीण मेडिकल स्टोर मालिक बिना रोक रोक टोक के नशे के कैपशूल, गौलिया तथा सिरप धड़ले से बेच रहे है। ग्रामीण मेडिकल स्टोर मालिक मेडिकल की आड़ में झोला छाप डॉक्टर का धंधा करते है, जो अपने मोटर साइकिलों पर दो दो दवाइयों से भरे बैग (झोले) लटका कर रखते है। एक बैग में तो पशुओं की दवाई रखते है तथा दूसरे बैग में आदमियों की बीमारी के दवाई के साथ नशे के कैपशूल, गौलिया तथा सिरप रखते है। ये झोला छाप डॉक्टर डॉक्टर पुलिस के द्वारा नशे के विरुद्ध चलाए गए अभियान को तहस नहस कर रहे है। प्रति दिन के नशेड़ी ग्राहकों को ये झोला छाप डॉक्टर नशे की दवाइयां उधार देकर चौगुनी कीमत वसूल करते है तथा युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाद कर रहे है।

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पुरानी मंडी, रोजड़ी, हिसामकी, पतरोडा सहित दर्जनों गांवों के मेडिकल मालिक नशे की सामग्री उपलब्ध करवा रहे है। दिन ढलते ही नशे प्रवृति के लोग ग्रामीण क्षेत्र के मेडिक्लो पर पहुंच जाते है। नशे की गोलियों तथा सिरप यहाँ मिलना आम बात है। पुरानी मंडी तथा 2 के एम सहित कई गांवो के मेडी कल स्टोर के मालिक नशे की गौलिया बेचने के आरोप में जेल की हवा खा रहे। जब ये मेडिकल स्टोर मालिक मरीजो को दवाई देने के बहाने झोला छाप डॉक्टर की भूमिका निभाते है तब मेडिकल स्टोर मालिक की पत्नी तथा नाबालिक बच्चे है दवाइया बेचने का काम करते है। अधिकांश मेडिकल स्टोर मालिको ने लाइसेंस किराए पर ले रखे है। इस लाइसेंस की आड़ में ये दवाई के साथ नशा बेच रहे है।

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