Air Pollution: जहरीली होती हवा बन रही जानलेवा, जिम्मेवार कौन ?

Air Pollution: जीवन के लिए हवा का होना अनिवार्य है। हवा जब जहरीली हो जाती है तो जीवन के लिए खतरा बन जाती है। यह खतरा किसी एक विशेष के लिए नहीं बल्कि सभी के लिए होता है, इसमें वो भी नहीं बच सकते जो प्रदूषण फैलाते हैं। इसीलिए प्रदूषण के लिए एक दूसरे को जिम्मेदार ठहराने की बजाए हर किसी को प्रदूषण न करने का ईमानदारी से प्रयास करना होगा। सरकारों का फर्ज है कि प्रदूषण रोकने के लिए कड़े कदम उठाएं क्योंकि प्रदूषण कंट्रोल करने की सरकारी संस्थाएं भ्रष्टाचार के अड्डे बन गए हैं। Poisonous Air

प्रदूषण जांच केंद्र भी मात्र औपचारिकता पूरी करते हैं

घूस लेकर किसी भी उद्योग को प्रदूषण का सर्टीफिकेट दे दिया जाता है। वाहनों की प्रदूषण जांच केंद्र भी मात्र औपचारिकता पूरी करते हैं, उन्हें अपनी फीस से मतलब होता है। अगर ऐसा नहीं होता तो सड़कों पर धुंआ उगलते वाहन कभी दिखाई ही न दें। फसलों के अवशेष, पराली जलाने की घटनाएं कुछ कम जरूर हुई हैं लेकिन खत्म नहीं हुई। हालांकि सरकार ने फसल अवशेष प्रबंधन योजना के लिए 3333 करोड़ रूपए की राशि भी जारी की है, जिसके तहत किसानों को फसल अवशेष निस्तारण के लिए मशीनों पर सब्सिडी दी जा रही है। जिसका धरातल पर असर भी दिखा है क्योंकि हरियाणा, पंजाब में ही पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष पराली जलाने की घटनाओं में 50 प्रतिशत की कमी देखी गई।

विश्व के 10 सबसे प्रदूषित शहरों में भारत के 6 शहर

जो राहत की बात है लेकिन ये घटनाएं 100 प्रतिशत खत्म होनी चाहिए। विश्व के 10 सबसे प्रदूषित शहरों में भारत के 6 शहर होना शर्म का विषय है। इन छह शहरों में दिल्ली और गाजियाबाद को छोड़ दें तो चार शहर हरियाणा के हैं जिनमें फरीदाबाद, पलवल, गुड़गांव और हिसार शामिल है। आखिर कब तक हम जहरीली हवा में सांस लेते रहेंगे। कब तक हम अपने खुद के प्राणों के दुश्मन बनते रहेंगे। प्रदूषण नियंत्रण करना सरकारों की भी जिम्मेदारी है लेकिन उससे कहीं ज्यादा जिम्मेदारी हर इंसान की भी है।

यदि हर इन्सान प्रदूषण के प्रति जागरूक होगा और प्रदूषण नहीं फैलाएगा तब ही हम स्वच्छ हवा में सांस ले सकेंगे। पर्यावरण संरक्षण के लिए हर किसी को पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां से प्रेरणा लेनी चाहिए जिन्होंने पर्यावरण को प्रदूषण से बचाने के लिए सफाई अभियान, पौधारोपण, शौचालय बनवाना, प्रदूषण रहित गाड़ियों का इस्तेमाल करना, फसल अवशेष पराली इत्यादि न जलाना और कम दूरी के लिए मोटर वाहन का इस्तेमाल न करके पैदल या साईकिल का इस्तेमाल करना इत्यादि क्रांतिकारी अभियान चलाए हुए हैं। Poisonous Air

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