नहीं बनने देंगे बेटियों की राह में शराबियों का अड्डा, सोमवार को घेरेंगे लघु सचिवालय

डीसी की बदली होते ही शराब ठेका खुलवाने पहुंच गई पुलिस

भड़की महिलाओं ने प्रशासन के खिलाफ की नारेबाजी, ठेके के आगे तेज किया आंदोलन

फतेहाबाद (सच कहूँ न्यूज)। भट्टू रोड पर महिला महाविद्यालय मुख्य मार्ग, 132 केवी आवासीय कॉलोनी व आदर्श कॉलोनी के समीप खोले गए शराब ठेके को यहां से हटवाने की मांग को लेकर धरना दे रही महिलाएं उस समय भड़क गई, जब ठेकेदार भारी पुलिस कर्मचारियों के साथ ठेका खुलवाने पहुंच गया। हालांकि 2 दिन पहले ही जिला उपायुक्त ने लघु सचिवालय में मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव कृष्ण बेदी के आदेश उपरांत डीटीसी को शराब ठेका हटाने के निर्देश जारी किए थे, लेकिन जैसे ही जिला उपायुक्त के बदली आदेश जारी हुए प्रशासनिक अधिकारी ठेका खुलवाने पहुंच गए।

उस बीच विरोध जता रही महिलाओं से ठेके पर बैठे तीन करिंदों ने अश्लील भाषा का प्रयोग किया और डंडे दिखाते हुए जान से मारने की धमकी तक दे दी। बाद में महिलाओं ने शहर थाना में उनके खिलाफ शिकायत भी दर्ज करवाई। महिलाओं का आरोप है कि ठेकेदार व प्रशासन ने कोर्ट को गुमराह कर ठेके को सिवाच अस्पताल के पास दिखाया है जबकि यह ठेका सिवाच अस्पताल से बहुत दूर और रिहायशी कॉलोनी व महिला कॉलेज के बिलकुल नजदीक है। मौके पर पहुंचे अधिकारियों को भी महिलाओं ने जमकर खरी-खोटी सुनाई। महिलाओं में उपायुक्त द्वारा सोमवार को आश्वासन दिए जाने के बावजूद शराब ठेका न हटने को लेकर काफी गुस्सा था।

‘किसी भी कीमत पर नहीं खुलने देंगे शराब का ठेका’

प्रदर्शन का नेतृत्व कर रही कमलेश वशिष्ठ एडवोकेट, अनिता क्रांति, जिंदगी संस्था अध्यक्ष हरदीप सिंह, सर्व कर्मचारी संघ के प्रधान भूप सिंह भड़ोलांवाली, कर्मचारी नेता बेगराज, एडवोकेट शाहनवाज ने कहा कि यह शराब ठेका गांव भोडिया खेड़ा का है परंतु वहां पर ग्रामीणों द्वारा विरोध करने पर शराब ठेकेदार ने इस खोखे को उठाकर अपनी मनमर्जी से नगर परिषद् फतेहाबाद की हद में स्थित रिहायशी आदर्श कॉलोनी में स्टेट हाईवे नंबर 21 पर रख लिया जोकि आबकारी विभाग की पॉलिसी के खिलाफ है। इस मामले को लेकर सोमवार को कॉलोनीवासियों का प्रतिनिधिमंडल जिंदगी संस्था प्रधान हरदीप सिंह के साथ डीसी प्रदीप कुमार से मिला था।

डीसी ने तुरंत डीईटीसी को इस ठेके को यहां से शिफ्ट करने के निर्देश दिए थे लेकिन सम्बंधित विभाग ने इस बारे कोई कार्यवाही नहीं की। इस पर कॉलोनीवासियों ने शुक्रवार को कैंडल मार्च निकालने का निर्णय लिया गया लेकिन प्रशासन द्वारा फिर दो दिन का समय मांगने पर इस कैंडल मार्च को भी रद्द कर दिया गया। शनिवार को ठेकेदार ने जब पुलिस सहायता से ठेके को खोला तो वहां धरने पर बैठी महिलाएं भड़क गई और इसका विरोध करते हुए ठेके के अंदर जा घुसी और नारेबाजी करने लगी। महिलाओं ने कहा कि वे किसी भी कीमत पर यहां शराब ठेके को नहीं खुलने देंगी।

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