
मुंबई (सच कहूँ न्यूज़)। Project Inaayat: एनेक्टस, एच.आर. कॉलेज ने 22 सितम्बर को प्रोजेक्ट इनायत के तहत “गिव हर द विंग्स 3.0” अभियान की शुरुआत पालघर जिले के चारोटी (दहानू) में की। इस अभियान का उद्देश्य वंचित समुदायों में मासिक धर्म स्वच्छता की गंभीर समस्या का समाधान करना था।
प्रोग्राम प्रतिनिधि ने सच कहूँ संवाददाता को बताया कि चारोटी गाँव में हुई रिसर्च में सामने आया कि लगभग 80% महिलाएँ सही स्वच्छता सुविधाओं से वंचित हैं। इसी कड़ी में प्रोजेक्ट इनायत, जो 2018 से सक्रिय है, महिलाओं को मासिक धर्म स्वच्छता और शिक्षा उपलब्ध कराने की दिशा में काम कर रहा है। इसके दो मुख्य पहलू हैं –
1. सैनेटरी नैपकिन का उत्पादन और वितरण
2. Menstrual Hygiene Management (MHM) सत्र, जिनमें महिलाओं और बच्चों को मासिक धर्म व स्वच्छता संबंधी जानकारी दी जाती है।
फंडरेज़र प्रोग्राम से मिला समर्थन
अभियान को सफल बनाने के लिए बीते 3 से 16 सितम्बर के बीच 50 से अधिक एनेक्टस सदस्यों ने कॉलेज परिसर और आसपास फंडरेज़र प्रोग्राम चलाया। सुबह 9 से दोपहर 3 बजे तक कॉलेज ग्राउंड फ्लोर पर डेस्क लगाई गई और स्वयंसेवकों ने आसपास की कॉलोनियों में जाकर भी फंड जुटाए। इन्हीं पैसों से इनायत मेंस्ट्रुअल हाइजीन किट्स का उत्पादन और वितरण संभव हुआ।
1,000 किट्स का वितरण
अभियान वाले दिन 30 से अधिक सदस्य, कॉलेज स्टाफ सदस्य श्री अमर के मार्गदर्शन में, दादर से 350 किलोमीटर का सफर तय कर पालघर पहुँचे। वहाँ 1,000 पुन: प्रयोग योग्य किट्स का वितरण किया गया। यह ड्राइव आदिवासी युवा सेवा संघ और डॉ. मोनाली सर्वगोड के सहयोग से तीन जगहों – धनिवाड़ी, महालक्ष्मी और मुरबाड (तहसील-दहानू) में सम्पन्न हुई।
इवेंट प्रतिनिधि ने आगे बताया कि किट वितरण के साथ छात्रों ने MHM सत्र भी आयोजित किए, जिनमें महिलाओं और किशोरियों को मासिक धर्म की प्रक्रिया, स्वच्छता के महत्व और पुन: प्रयोग योग्य किट्स के सही उपयोग के बारे में जानकारी दी गई। इन सत्रों का मकसद झिझक और सामाजिक वर्जनाओं को तोड़कर महिलाओं को ज्ञान और संसाधनों से सशक्त करना था।
प्राचार्या और शिक्षकों का सहयोग
इवेंट प्रतिनिधि ने बताये कि इस पूरे अभियान की सफलता का श्रेय कॉलेज की प्राचार्या डॉ. पूजा रामचंदानी और टीचर-इन-चार्ज सुश्री कनुप्रिया शर्मा के अटूट मार्गदर्शन को जाता है, जिन्होंने हर चरण में टीम का मनोबल बढ़ाया।
जबरदस्त प्रतिक्रिया
अभियान का समापन समुदाय की उत्साहपूर्ण प्रतिक्रिया के साथ हुआ। पालघर और नागपुर में आयोजित पिछली पहलों की तरह इस बार भी गिव हर द विंग्स ने एक ठोस बदलाव की दिशा में कदम बढ़ाया है और यह साबित किया है कि छोटे-छोटे प्रयास भी समाज में बड़ा असर डाल सकते हैं। Project Inaayat
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