रेलवे ने हद से आगे रोपे स्लिपर, रूकवाया कार्य

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पूर्व मंत्री डॉ. रामप्रताप के नेतृत्व में धरने पर बैठे नागरिक

हनुमानगढ़ (सच कहूँ न्यूज/हरदीप सिंह)। रेलवे विभाग की ओर से सूरतगढ़ रेलवे लाइन के दोनों तरफ ग्राम पंचायत दो केएनजे आबादी के पास पुराने स्लिपर गाड़कर की जा रही बाउंड्री वॉल का कार्य गुरुवार को आसपास के घरों में रहने वाले ग्रामीणों ने रुकवा दिया। ग्रामीणों ने रेलवे विभाग पर अपनी निर्धारित सीमा रेलवे लाइनों से 15 मीटर से आगे बढ़कर बाउंड्री वॉल करने का आरोप लगाते हुए पूर्व मंत्री डॉ. रामप्रताप व पार्षद राजेन्द्र चौधरी के नेतृत्व में मौके पर धरना लगा दिया और रेलवे विभाग के खिलाफ नारेबाजी कर विरोध दर्ज करवाया। Hanumangarh News

पूर्व मंत्री डॉ. रामप्रताप के नेतृत्व में धरने पर बैठे नागरिक | Hanumangarh News

विरोध दर्ज करवाने वालों में शामिल रेलवे लाइनों के आसपास रहने वाले ग्रामीणों का कहना था कि 15 मीटर की बजाए 18 व 20 मीटर की दूरी तक स्लिपर गाड़े जा रहे हैं। उनके घरों के आगे बने दरवाजे के चिपते स्लिपर लगाए जा रहे हैं। इससे उनका घरों से निकलना व बाहर आना-जाना मुश्किल हो गया है। वे घरों में कैद हो गए हैं। जब विरोध करते हैं तो रेलवे विभाग के अधिकारी रेलवे पुलिस का नाजायज भय दिखाकर डराते हैं। इस कारण वे भय के माहौल में रहने को मजबूर हैं।

पार्षद राजेन्द्र चौधरी ने बताया कि रेलवे विभाग की ओर से ग्राम पंचायत दो केएनजे आबादी के पास सूरतगढ़ रेलवे लाइन के दोनों तरफ पुराने स्लिपरों से बाउंड्री वॉल बनाई जा रही है। लेकिन रेलवे विभाग अपनी मनमानी से गलत तरीके से बाउंड्री वॉल बना रहा है। नियमानुसार रेलवे की बाउंड्री वॉल रेलवे लाइनों से 15 मीटर दूरी तक बनाई जानी चाहिए लेकिन रेलवे की ओर से 18 या 20 मीटर तक स्लिपर गाड़े जा रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप आसपास रहने वाले अधिकतर परिवारों के घरों के दरवाजे लगभग बंद हो गए हैं।

इस बारे में रेलवे के एईएन से बात की गई लेकिन कोई गौर नहीं किया। उल्टा यहां रहने वाले लोगों को धमकाया गया कि अगर उन्होंने विरोध किया तो रेलवे पुलिस गिरफ्तार कर लेगी। इस कारण यहां रहने वाले लोग डर के मारे अपने घरों में बंद रहने को मजबूर हैं। लेकिन एक-दो जनों ने हिम्मत कर इसकी जानकारी पूर्व मंत्री डॉ. रामप्रताप को दी। डॉ. रामप्रताप ने इस बारे में सांसद निहालचन्द से बात की। सांसद से बात करने के बाद वे गुरुवार को मौके पर पहुंचे और रेलवे के एईएन से बात की तो एईएन का कहना था कि पुराने समय में गलत जगह वायर डल गई।

पार्षद राजेन्द्र चौधरी ने कहा कि यह गलती रेलवे विभाग की है। इसका खामियाजा आम जनता क्यों भुगते। उन्होंने बताया कि लोगों ने अपने मकान रेलवे बाउंड्री की निर्धारित जगह व सड़क बनाने की जगह को छोड़कर बना रखे हैं। लेकिन रेलवे विभाग निर्धारित से अधिक जगह पर बाउंड्री वॉल कर लोगों को परेशान कर रहा है।

पार्षद राजेन्द्र चौधरी ने मांग की कि रेलवे विभाग से मांग है कि 18-20 मीटर की दूरी पर लगाए गए स्लिपरों को दोबारा उखाड़कर रेलवे लाइनों से 15 मीटर की दूरी पर लगाया जाए। बेवजह आम जनता को परेशान न किया जाए। जब तक मांग नहीं मानी जाती तब तक वे धरने पर बैठे हैं। स्लिपर लगाने का काम भी नहीं होने देंगे।

वहीं पूर्व मंत्री डॉ. रामप्रताप ने कहा कि रेलवे अपनी बाउंड्री पर तार लगाए, पोल लगाए या दीवार निकाले, इसमें उन्हें कोई ऐतराज नहीं है। इसके लिए अगर किसी का दरवाजा भी रूकता है तो वे रेलवे के साथ हैं। लेकिन रेलवे विभाग की ओर से 15 मीटर के दायरे से आगे बढ़कर पोल लगाकर रास्ता बंद किया जा रहा है। इससे लोगों का अपने घरों से निकलना बंद हो जाएगा। रेलवे के अधिकारी खुद यहां रहकर देखें तो उन्हें यहां के वाशिंदों की समस्या का पता चले। पूर्व मंत्री डॉ. रामप्रताप ने कहा कि नक्शे में भी यह बात साफ हो रही है। लेकिन रेलवे अधिकारी यह मानकर चल रहे हैं कि यहां रहने वाले परिवार गरीब हैं और इनका कोई धणी-धोरी नहीं है। लेकिन ऐसा नहीं है। यह भी इंसान हैं और इन्हें भी जीने का पूरा हक है। Hanumangarh News

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