Raise Funds For Education : बच्चों की हायर एजुकेशन के लिए जुटाएं फंड

Raise Funds For Education

– Raise Funds For Education –

आजकल बच्चों की पढ़ाई का खर्चा पहले की तुलना में काफी बढ़ गया है। शुरूआती शिक्षा में ही इतना खर्च हो जाता है फिर हायर स्टडीज की तो बात अलग ही है। यदि अच्छे शिक्षण संस्थान से कोई प्रोफेशनल कोर्स करवाना चाहते हैं तो उसके लिए अच्छा खासा बजट रखना होता है।

इसलिए आजकल पैरेंट्स ने पहले से ही बच्चों की हायर स्टडीज के लिए फंड इकट्ठा करना शुरू कर दिया है जिससे बाद में उनको किसी तरह के लोन के लिए परेशान नहीं होना पड़े। यदि आप भी अपने बच्चों के लिए थोड़ा-थोड़ा पैसा निवेश कर एक बड़ा फंड खडा करना चाह रहे हैं, तो इन स्कीमों में निवेश कर सकते हैं। जानते हैं इन योजनाओं के बारे में:

1. पब्लिक प्रोविडेंट फंड:

सरकार की इस योजना का लाभ अब आप अपने बच्चे के लिए भी ले सकते हैं। बच्चे के नाम से बैंक या पोस्ट आॅफिस में पीपीएफ अकाउंट खुलवाकर आप उसमें अपनी क्षमता के हिसाब से थोड़ा-थोड़ा पैसा जमा कर सकते हैं। इसमें 15 साल के लिए इसमें लॉक-इन-पीरियड रहता है। बच्चे के 18 साल के होने पर आप यह तय कर सकते हैं कि इस अकाउंट को आगे चालू रखना है या नहीं। इसमें साल भर में आप 1.5 लाख रुपए तक जमा कर सकते हैं। इसमें ब्याज दर अच्छी है। कम से कम 7 से 8 फीसदी ब्याज तो मिल ही जाता है। साथ ही आपको इसमें निवेश से टैक्स बेनिफिट भी मिलता है।

2. म्यूच्यूअल फंड:

बच्चों के लिए बेहतर रिटर्न पाने के लिए आप अच्छे म्यूच्यूअल फंड्स में भी निवेश कर सकते हैं। इसमें शेयर मार्केट की तुलना में रिस्क कम है खासतौर पर लार्ज-कैप म्यूच्यूअल फंड्स में निवेश करना बेहतर आॅप्शन है। स्टेट बैंक ने खास मैग्नम चिल्ड्रेंस बेनिफिट फंड की शुरूआत की है। इसमने छह महीने में करीब 7.84 फीसदी, एक साल में 4.59 फीसदी और 2 साल में लगभग 51.27 फीसदी का रिटर्न मिलता है। इसके अलावा आप आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल चाइल्ड केयर, एचडीएफसी चिल्ड्रन गिफ्ट फंड, टाटा यंग सिटीजन फंड और यूटीआई चिल्ड्रेन्स करियर प्लान जैसे फंड्स में भी पैसा लगा सकते हैं।

3. नेशनल सेविंग्स स्कीम:

नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (एनएससी) में 5 साल का लॉक इन पीरियड रहता है। इसमें रिटर्न काफी अछा है। साथ ही इस स्कीम पर आप 80सी के तहत टैक्स छूट भी क्लेम कर सकते हैं।

4. सुकन्या समृद्धि योजना:

यदि आपकी बेटी है और उसकी उम्र 10 साल से कम है तो यह योजना आपके लिए सबसे बढ़िया निवेश का विकल्प है। इस स्कीम में निवेशक हर साल 1.5 लाख रुपये निवेश कर सकता है। इन 1.5 लाख रुपये पर आपको आयकर की धारा 80सी के तहत आपको टैक्स डिडक्शन भी मिलता है। यानी यदि आप पुरानी टैक्स व्यवस्था चुनी है तो आपको 1.5 लाख रुपये निवेश की गई राशि आपके इनकम मे से डिडक्ट होगी जिसपर आपको टैक्स नहीं देना होगा। यह योजना 21 साल के बाद मैच्यौर होती है। तो, आप भी इन योजनाओं में निवेश करके अपने बच्चों की हायर स्टडीज के लिए निश्चिंत होकर बैठिए।

जल्द करें निवेश की शुरूआत

यदि बच्चों के हायर एजुकेशन के लिए आप बड़ा फंड जुटाना चाहते हैं तो आपको जितना जल्द हो सके उनता इनवेस्टमेंट शुरू कर देना चाहिए। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो आप बड़ा फंड नहीं जुटा सकेंगे। इसकी सबसे बड़ी वजह है एजुकेशन इनफ्लेशन। अच्छा होगा कि आप अपने बच्चे के जन्म के ठीक बाद उसके लिए फंड जुटाना शुरू कर दें।