बीमा योजना का प्रचार-प्रसार करेंगे रथ

जिला कलक्टर ने कलक्ट्रेट परिसर से हरी झंडी दिखाकर किया रवाना

हनुमानगढ़ (सच कहूँ न्यूज)। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के प्रचार-प्रसार को लेकर जिला कलक्टर नथमल डिडेल ने गुरुवार को कलक्ट्रेट परिसर से प्रचार रथों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। इस दौरान कुल छह रथों को रवाना किया गया। इस दौरान जिला कलक्टर के अलावा कृषि विभाग के उपनिदेशक दानाराम गोदारा सहित कृषि विभाग व एग्रीकल्चर इंश्योरेंस कंपनी ऑफ इंडिया लिमिटेड के अधिकारी मौजूद रहे। यह प्रचार रथ गांव-गांव जाकर किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के बारे में जानकारी देंगे।

खरीफ फसलों में बीमा करवाने की अन्तिम तिथि 31 जुलाई 2022 है। फसल बीमा ऋणी और गैर ऋणी किसानों के लिए स्वैच्छिक है। किसान फसलों से जुड़े जोखिम से बचने के लिए खरीफ फसलों का 2 प्रतिशत, रबी फसलों का 1.5 प्रतिशत एवं व्यवसायिक फसलों का 5 प्रतिशत प्रीमियम राशि जमा करवाकर बीमा करा सकते हैं। प्रचार रथों को रवाना करने के मौके पर जिला कलक्टर डिडेल ने सभी किसानों को फसल बीमा योजना का अधिकाधिक लाभ उठाने का आग्रह करते हुए कहा कि फसल बीमा प्रचार-प्रसार रथ जिले की सभी ग्राम पंचायतों में जाकर योजना का प्रचार करेंगे।

किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना की जानकारी प्रदान की जाएगी। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना किसानों के लिए बेहद ही लाभकारी योजना है। इससे अधिक से अधिक किसान जुड़ें। फसल बीमा करवाने की अंतिम तिथि 31 जुलाई है। लिहाजा किसान अपना प्रीमियम जमा करवाएं। जिला कलक्टर ने कहा कि यह योजना किसानों के लिए बेहद लाभदायक है। लिहाजा किसान इस योजना का अधिक से अधिक लाभ उठाएं। जो फसल बोई है उसका प्रीमियम जमा करवाएं।

अंतिम तिथि 29 जुलाई

कृषि विभाग के उपनिदेशक दानाराम गोदारा ने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना बड़ी महत्वपूर्ण योजना है। किसानों को किसी भी तरह से नुकसान होने पर उन्हें इस योजना के तहत मुआवजा देने का प्रावधान है। जिले में करीब दो लाख किसान हैं। उन्हें किस तरह से सूचना मिले, वे कैसे लाभान्वित हों, कब आवेदन करना है, कब तक फसलें परिवर्तित कर सकते हैं आदि की सूचना विभाग की ओर से दी जा रही है। लेकिन सरकार के निर्देशानुसार प्रचार रथों के जरिए इस योजना का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है ताकि किसानों को अधिक से अधिक लाभ मिल सके।

गुरुवार को रवाना किए गए रथ सभी ग्राम पंचायतों में होते हुए इस कार्य को पूर्ण करेंगे। उन्होंने बताया कि खरीफ 2022 में ऋणी एवं गैर ऋणी किसानों के लिए बीमा करवाने की अंतिम तिथि 31 जुलाई है। खरीफ 2022 में ऋणी किसानों की ओर से प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से बाहर रहने के लिए बैंक को सूचना देने की अंतिम तिथि 24 जुलाई है। खरीफ 2022 में ऋणी किसानों की ओर से बीमित फसल में परिवर्तन की सूचना संबंधित वित्तीय संस्थान को देने की अंतिम तिथि 29 जुलाई है। 31 जुलाई के बाद फसल का बीमा करवाना संभव नहीं होगा।

क्योंकि 15 अगस्त तक प्रीमियम काटकर बैंक प्रीमियम की राशि भिजवाएंगे। उन्होंने बताया कि जिले में खरीफ 2022 सीजन के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनान्तर्गत 9 फसलें मूंग, मोठ, बाजरा, ग्वार, तिल, धान, कपास, मूंगफली और किन्नू अधिसूचित की गई है। किसान की ओर से देय प्रीमियम राशि मूंग 192.95 रुपए प्रति बीघा, बाजरा 85.75 रुपए, मोठ 101.18 रुपए, ग्वार 108.38 रुपए, कपास 412.45 रुपए, धान 355.97 रुपए, तिल 108.77 रुपए, मूंगफली 525.13 रुपए, किन्नू 1012.5 रुपए प्रति बीघा निर्धारित की गई है।

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