नई दिल्ली। भारत के शीर्ष आॅलराउंडर रवींद्र जडेजा ने हाल ही में आॅस्ट्रेलियाई दौरे के लिए टीम में जगह न मिलने के बावजूद 50 ओवरों का विश्व कप जीतने के अपने सपने को नहीं छोड़ा है। दिल्ली में वेस्टइंडीज के खिलाफ दूसरे टेस्ट मैच के दूसरे दिन के खेल के समापन पर बोलते हुए, जडेजा ने यह भी पुष्टि की कि चयनकर्ता और नए कप्तान शुभमन गिल ने टीम की घोषणा से पहले ही उन्हें टीम में शामिल न करने के बारे में सूचित कर दिया था। मुख्य चयनकर्ता अजीत अगरकर ने कहा कि वे आॅस्ट्रेलिया में एक श्रृंखला के लिए दो बाएं हाथ के स्पिनरों को शामिल नहीं कर सकते और जडेजा ने इसे स्वीकार किया।
जडेजा ने अपने वनडे भविष्य पर कहा, “देखिए, यह मेरे हाथ में नहीं है। मैं खेलना चाहता हूँ, लेकिन आखिरकार, टीम प्रबंधन, चयनकर्ता, कोच, कप्तान सोच रहे होंगे कि मैं इस सीरीज में क्यों नहीं हूँ। इसके पीछे कोई न कोई वजह जरूर होगी। और उन्होंने मुझसे बात की। ऐसा नहीं है कि जब टीम की घोषणा हुई तो उन्होंने मुझे चौंका दिया कि मैं उसमें नहीं हूँ। यह अच्छी बात है कि कप्तान, चयनकर्ता, कोच ने मुझसे बात की और इसके पीछे कोई न कोई वजह जरूर है।”
पिछले विश्व कप में आॅस्ट्रेलिया के खिलाफ आखिरी पड़ाव पर पिछड़ने वाली टीम का हिस्सा रहे जडेजा, जो 2027 में होने वाले टूनार्मेंट के दौरान लगभग 39 साल के हो जाएंगे, को उम्मीद है कि आखिरकार उन्हें ट्रॉफी मिल ही जाएगी।
उन्होंने कहा, “जब भी मुझे मौका मिलेगा, मैं वही करने की कोशिश करूंगा जो मैं इतने सालों से करता आ रहा हूँ।और विश्व कप जैसे बड़े टूनार्मेंट में, अगर मुझे मौका मिलता है, तो उससे पहले कई वनडे मैच खेलने हैं। अगर मैं अच्छा प्रदर्शन करता हूँ और मुझे मौका मिलता है, तो यह भारतीय क्रिकेट के लिए अच्छा होगा। 50 ओवरों का विश्व कप जीतना हर किसी का सपना होता है। पिछली बार हम चूक गए थे। शायद इस बार हम ऐसा कर पाएं।” पहले टेस्ट में प्लेयर आॅफ द मैच चुने गए जडेजा ने मौजूदा टेस्ट में भी एक बार फिर अपनी छाप छोड़ी है। बल्लेबाजी का मौका न मिलने के बावजूद, जडेजा ने दूसरे दिन स्टंप्स से पहले ही तीन विकेट चटकाकर विपक्षी टीम को परेशान कर दिया है। लेकिन इस सीनियर खिलाड़ी ने तुरंत बताया कि विकेट अभी खराब नहीं हुआ है।