स्थानीय प्रशासन सहित जिला कलक्टर पर साधा निशाना
हनुमानगढ़। शहर से कचरा निस्तारण की मांग को लेकर आक्रोशित विपक्ष के वार्ड पार्षदों के आह्वान पर सोमवार को संगरिया शहर का बाजार बंद रहा। बंद को शहर की कई मुख्य संस्थाओं, समितियों व यूनियन आदि का समर्थन होने के चलते शहर के अधिकतर प्रतिष्ठान बंद रहे। बाजार बंद के दौरान विपक्षी पार्षदों व नागरिकों ने पूर्व पालिकाध्यक्ष प्रदीप बेनीवाल के नेतृत्व में ओवरब्रिज के पास चक्काजाम कर दिया। इससे सड़क के दोनों तरफ वाहनों की लम्बी कतारें लग गईं और लोग कड़ी धूप में परेशान होते रहे। Hanumangarh News
जाम स्थल पर विधायक अभिमन्यु पूनिया भी पहुंचे और शहरवासियों की मांग का समर्थन किया। विधायक अभिमन्यु पूनिया ने कहा कि संगरिया शहर से कचरे के निस्तारण की मांग लम्बे समय से चल रही है। कई बार वार्ताएं भी हुईं जो असफल रहीं। कचरे की वजह से आमजन गंभीर बीमारियों से ग्रसित हो रहा है। प्रशासनिक व्यवस्था, जनप्रतिनिधियों को इसकी जिम्मेदारी लेनी होगी। अधिकारियों को कचरे के निस्तारण की समस्या के समाधान के लिए सरकार से बात करनी चाहिए। शहर का नागरिक अपने घर के बाहर कचरा नहीं सहेगा। शहर से बाहर कचरे का निर्धारित जगह पर निस्तारण हो। पूनिया ने कहा कि जिला कलक्टर इस मुद्दे को लेकर गम्भीर नहीं हैं।
सत्ता में कांग्रेस होती तो बताता कैसे एक मिनट में हटता है चेयरमैन : अभिमन्यु पूनिया
जिले के मुखिया को एसी कमरे से बाहर निकलकर इस समस्या के निस्तारण के लिए प्रयास करने चाहिएं। यह मुद्दा सरकार या विपक्ष का नहीं है। यह मुद्दा संगरिया शहर के 50 हजार आम व्यक्तियों की सुरक्षा का है। संगरिया शहर का आम नागरिक पिछले करीब एक पखवाड़े से त्राहि-त्राहि कर रहा है लेकिन जिला कलक्टर ने आंदोलन कर रहे स्थानीय जनप्रतिनिधियों के साथ वार्ता करने की जहमत नहीं उठाई। अगर इस समस्या का समय पर निस्तारण नहीं हुआ तो जिला स्तर से लेकर प्रदेश स्तर तक आंदोलन किया जाएगा। पूनिया ने कहा कि नए जिला कलक्टर के आने के बाद जिले में अतिवृष्टि हुई लेकिन जिला कलक्टर ने कोई ध्यान नहीं दिया। उन्होंने गांव में पहुंचकर किसानों की पीड़ा को नहीं सुना। दूसरी तरफ नगर पालिकाध्यक्ष ने भी वार्ड पार्षदों की बात को नहीं सुना। Hanumangarh News
अगर वे बात को सुनते तो आज इतनी बड़ी समस्या पैदा नहीं होती। साथ ही कहा कि चेयरमैन को हटाने या न हटाने की बात नहीं है। अगर प्रदेश में कांग्रेस की सरकार होती तो वे बताते कि चेयरमैन एक मिनट में कैसे हटता है। आज भाजपा की सरकार प्रदेश में है। लेकिन अगर कहीं जनप्रतिनिधियों की आवश्यकता है तो वे तैयार हैं। लेकिन कचरे को शहर से बाहर ले जाने की व्यवस्था प्रशासन को करनी होगी। अगर कचरा निस्तारण की समस्या का समाधान नहीं हुआ तो जिला कलक्ट्रेट कार्यालय में कचरा डाला जाएगा। इसकी जिम्मेदारी सरकार और प्रशासन की होगी।
डिग्गियों में मरे पड़े कुत्ते, अधिकारियों के हो रहे फर्जी साइन : बेनीवाल
पूर्व पालिकाध्यक्ष प्रदीप बेनीवाल ने कहा कि पिछले तीन माह से संगरिया नगर पालिका क्षेत्र में कचरे के ढेर लगे पड़े हैं। न तो सफाई कर्मचारी आता है और न ही बिजली कर्मचारी। डिग्गियों में कुत्ते मरे पड़े हैं। प्रशासन नाम की कोई चीज नहीं है। नगर पालिका अधिकारियों के फर्जी साइन हो रहे हैं। नगर पालिका में भ्रष्टाचार के आलम के चलते इसकी जांच-पड़ताल धीमी गति से चल रही है। बेनीवाल ने कहा कि विपक्षी पार्षदों की मांग कचरा मुक्त संगरिया की है। गलियों-चौराहों में कचरे के ढेर लगे हुए हैं।
नगर पालिका जगह नहीं होने की बात कहकर कचरा नहीं उठवा रही। जबकि जगह उपलब्ध है। अगर नहीं है तो बात करके इस समस्या का निस्तारण किया जा सकता है। लेकिन नगर पालिकाध्यक्ष अपने घर से बाहर नहीं निकलते। वे बैठकों में नहीं पहुंचते। सुनवाई नहीं होने व समस्या समाधान की दिशा में कोई प्रयास न किए जाने से नाराज होकर चक्काजाम करना पड़ा है। जब तक बात नहीं करेंगे तब तक चक्काजाम जारी रहेगा। Hanumangarh News