पंजाब में श्रद्धा के समक्ष गर्मी नतमस्तक

Salabatpura-Naamcharcha
सलाबतपुरा: भारी तादाद में पहुंची साध-संगत। छाया: सुशील कुमार
  • सलाबतपुरा में पंजाब की साध-संगत ने मानवता भलाई के कार्य कर धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ मनाया मई महीने का सत्संग भंडारा
  •  पक्षियोंद्धार मुहिम के तहत बांटे 175 परिंडे, फूड बैंक मुहिम के तहत 75 जरूरतमंद को राशन और क्लॉथ बैंक के तहत 75 बच्चों को बांटे कपड़े

सलाबतपुरा। डेरा सच्चा सौदा पंजाब की साध-संगत ने रविवार को सलाबतपुरा (Salabatpura Naamcharcha) स्थित शाह सतनाम जी रूहानी धाम राजगढ़ में मर्ई महीने का सत्संग भंडारा बड़ी धूमधाम व हर्षोल्लास के साथ मानवता भलाई के कार्य करके मनाया गया। पावन सत्संग भंडारे की खुशी में आयोजित विशाल नामचर्चा में भीषण गर्मी के बावजूद बड़ी तादाद में साध-संगत ने भाग लिया। इस दौरान पूज्य गुरु संत डा. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की पावन शिक्षाओं का अनुसरण करते हुए 157 मानवता भलाई कार्यों के तहत पक्षियों उद्धार मुहिम के तहत 175 मिट्टी के सकोरे (परिंडे) बांटे गए।

सलाबतपुरा ‘मई सत्संग भंडारे’ पर संगत पहुंची इतनी… ‘‘थाली फेंको तो कई कि.मी. तक नीचे ना गिरे’’

साथ ही फूड बैंक मुहिम के तहत 75 जरूरतमंद व असहाय गरीब लोगों को एक-एक महीने का राशन व क्लॉथ बैंक मुहिम के तहत 75 जरूरतमंद बच्चों को कपड़े बांटे गए। नामचर्चा कार्यक्रम के दौरान 29 अपै्रल को पूज्य गुरु जी द्वारा भेजी गई 15वीं रूहानी चिट्ठी को पढ़कर सुनाया गया, जिसे साध-संगत ने पूरी श्रद्धाभाव से सुना। इस दौरान साध-संगत ने एकता में रहकर मानवता भलाई के कार्य करने का संकल्प भी दोहराया।

बता दें कि बेपरवाह सार्इं शाह मस्ताना जी महाराज ने 29 अप्रैल 1948 को डेरा सच्चा सौदा की स्थापना की और इसके पश्चात मई महीने में पहला सत्संग फरमाया। इसलिए मई महीने को डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत पूज्य गुरु जी की शिक्षाओं पर चलते हुए सत्संग माह भंडारे के रूप में मना रही है और रविवार को सलाबतपुरा में पंजाब की साध-संगत ने इसे सत्संग भंडारे के रूप में मनाया है।

पूजनीय साईं जी, परम पिता शाह सतनाम जी महाराज और वर्तमान में पूज्य गुरु संत डा. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां के पावन सान्निधय में रूहानियत के इस सच्चे दर से जुड़कर करोड़ों लोग नशे व सामाजिक बुराईयां छोड़ चुके हैं और निरंतर यह कार्य जारी है। रविवार को सुबह 11 बजे धन-धन सतगुरु तेरा ही आसरा का इलाही नारा बोलकर सत्संग भंडारे की नामचर्चा का शुभारंभ हुआ। इसके पश्चात कविराजों ने शब्दवाणी और कव्वालियों के माध्यम से प्रभु, परमात्मा, अल्लाह, वाहेगुरु के नाम का गुणगान किया गया और साध-संगत को निहाल किया। इसके पश्चात सत्संग पंडाल में लगाई गई बड़ी एलईडी स्क्रीनों पर पूज्य गुरु जी के रिकॉर्डिड वचनों को चलाया गया, जिसे साध-संगत ने एकाग्रचित होकर श्रवण किया।

जागो दुनिया दे लोको… भजन ने दिया संदेश | Salabatpura Naamcharcha

पंजाब सहित पूरे देश से नशे रूपी दैत्य को जड़ से उखाड़ फैंकने के लिए पूज्य गुरु संत डा. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां लगे हुए है। नशा मुक्त समाज की स्थापना को लेकर पूज्य गुरु जी ने डेप्थ मुहिम चलाकर लोगों का नशा छुड़वा रहे है। इसके अलावा अनेक सॉन्ग के माध्यम से भी लोगों को नशा छोड़ने व गांव-शहरों को नशे रूपी दानव के खिलाफ अभियान चलाने के लिए के लिए पूज्य गुरु जी प्रेरित कर रहे है। नामचर्चा कार्यक्रम के दौरान भी पूज्य गुरु जी द्वारा नशे के खिलाफ जागरूक करने के लिए गाए गए भजन जागो दुनिया दे लोको… व आशीर्वाद माओं का… चलाया गया। जिसपर साध-संगत ने नाचगाकर खुशियां मनाई और अपने-अपने एरिया में लोगों का नशा छुड़ाने का संकल्प लिया।

Salabatpura Naamcharcha-
पावन भंडारे के दौरान जरूरतमंद महिलाओं को एक-एक महीने का राशन वितरित किया गया।

डॉक्यूमेंट्री के माध्यम से किया नशों के प्रति जागरूक | Salabatpura Naamcharcha
नशे रूपी दैत्य के कारण घरों के घर बर्बाद हो रहे है तथा समाज में लड़ाई-झगड़े बढ़ रहे है। इसलिए पूज्य गुरु जी की शिक्षाओं पर चलते हुए डेरा सच्चा सौदा की साध-संगत नि:स्वार्थ भाव से नशा करने वाले लोगों के घर-घर जाकर उनका नशा छुड़वा रही है। जिससे उनके घरों में खुशहाली आ रही है। नशे से होने वाले दुष्परिणाम के बारे जागरूक करती एक डॉक्यूमेंट्री चलाई गई, जिसमें दिखाया गया कि नशा इंसान के लिए कितना नुकसानदायक है। डॉक्यूमेंट्री के माध्यम से आमजन को भी नशा छुड़ाने की मुहिम में भाग लेने के लिए प्रेरित किया गया।