वायु गुणवत्ता सूचकांक का आंकड़ा फिर पहुंचा खराब स्तर पर
हनुमानगढ़। जिले में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) फिर से खराब स्तर तक पहुंच गया है। एक दिन पहले तक एक्यूआई 306 के आंकड़े के साथ प्रदेश में हनुमानगढ़ पहले नम्बर पर पहुंच गया था। यह हवा की खराब श्रेणी है। हालांकि इसमें गुरुवार को कुछ गिरावट दर्ज की गई। खेतों में जल रही पराली के धुएं ने हवा को जहरीला बना दिया है। आबोहवा में मौजूद ठंडी हवा ने प्रदूषक कणों को हवा में घोल दिया है। इससे लोगों की सांसें उखड़ रही हैं। ऐसे में भटनेर नगरी की फिजां में प्रदूषित कण जहर घोलने का काम कर रहे हैं। Rajasthan News
गुरुवार की शुरुआत भी धुंध और हल्के कोहरे से हुई। वहीं, आसमान में स्मॉग की चादर भी दिखाई दी। इसके चलते सांस के मरीजों को परेशानी का सामना करना पड़ा। साथ ही, लोगों को आंखों में जलन जैसी समस्या हुई। अस्पतालों में सांस, एलर्जी, चमड़ी रोग, आंखों में जलन समेत स्मॉग से होने वाले अन्य कई रोगों से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ चुकी है। जो मरीज पहले से सांस की बीमारी से पीड़ित हैं, उनको स्मॉग के कारण और ज्यादा समस्या महसूस हो रही है। स्मॉग का सबसे ज्यादा असर बच्चों पर पड़ रहा है।
बच्चों में खांसी-जुकाम के मामले बढ़े हैं। चिकित्सकों की ओर से सलाह दी जा रही है कि घर के अंदर रहें। जब तक आवश्यक न हो, बाहर न निकलें। यदि बाहर जाना जरूरी है, तो फेस मास्क का उपयोग करें। विशेष रूप से बच्चे, बुजुर्ग और सांस या हृदय संबंधी बीमारियों वाले लोग अतिरिक्त सावधानी बरतें और अपनी दवाएं साथ रखें। बाहर शारीरिक गतिविधि या व्यायाम न करें। Rajasthan News















