परम पिता जी के रूहानी सत्संग की यादों को समेटे हुए है एक छोटी सी कुटियां…
बेपरवाह सार्इं शाह मस्तान...
परमार्थ के लिए आते हैं संत: पूज्य गुरु जी
संत, पीर-फकीर इस संसार में हर किसी का भला करने के लिए आते हैं। दुनिया में ज्यादातर लोग अपने लिए, अपने गर्ज के लिए समय गुजारते हैं, परन्तु संत परमार्थ के लिए समय लगाते हैं।