सुख आए, तो खुश रहो, दु:ख आए, तो हाय-तौबा मत करो : पूज्य गुरु जी
पूज्य गुरू जी फरमाते हैं कि भगवान के रास्ते पर ओवर स्मार्ट कभी न बनो। दुनियावी तौर पर तो आप बनते ही रहते हो, किसी को क्या टोकना! ओवरस्मार्ट का मतलब है कि अपने-आपको बहुत होशियार समझना और सामने वाले को बेइंतहा मूर्ख। यह गलत बात है। ऐसा नहीं होना चाहिए।...
सबके अंदर है परमात्मा
सरसा। पूज्य हजूर पिता संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां फरमाते हैं कि सतगुरु, अल्लाह, वाहेगुरु, गॉड, खुदा, राम जिसके करोड़ों नाम हैं। जो भी कोई उसे सच्चे दिल से याद करता है, चाहे वो कहीं भी हो वो सतगुरु मौला दर्श-दीदार जरुर देते हैं। इन्सान की भा...
सबका भला मांगते हैं संत: पूज्य गुरू जी
भक्ति करने के लिए हर समय बेशकीमती
सरसा। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां फरमाते हैं कि संसार में आदमी अपने हिसाब से अच्छे कामों, सुख-शांति के लिए समय लगाता है। कोई भी यह सोचकर समय नहीं लगाता कि आने वाले समय में वह दुखी, परेशान होगा।...
जन्मों-जन्मों के पापकर्मों को काटता है राम का नाम
सरसा। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां फरमाते हैं कि इन्सान अपने किये कर्मों का फल जरूर भोगता है। कई बार इन्सान सोचता है कि मैंने ऐसा कौन-सा कर्म किया है, जिसकी वजह से मैं दु:खी हूं! लोग मिलते हैं कि मैंने इस जीवन में कोई बुरा कर्म न...
…ताकि हर कोई देखे कुदरत के रंग
मिशन उजियारा। शाह सतनाम जी स्पेशलिटी अस्पताल में नेत्र रोगियों के आॅप्रेशन का सिलसिला जारी
417 आॅप्रेशन हुए दो दिन में 609 मरीजों को किया गया है चयनित
देशभर के स्पेशलिस्ट व सुपर स्पेशलिस्ट नेत्र रोग विशेषज्ञ दे रहे सेवाएं
Sirsa, SachKaho...
दुनियादारी में खोकर भगवान को मत भूलो
सरसा (सकब)। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां फरमाते हैं कि दुनिया के प्यार की शुरुआत स्वार्थ से होती है। दुनियादारी में लोग खो जाते हैं और अल्लाह, मालिक, राम, कायदे-कानून सब भूल जाते हैं। ऐसा नहीं करना चाहिए क्योंकि जब उस राम की मार...
सत्संग सुन वचन मानना ही अणख
सरसा। पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां फरमाते हैं कि एक इंसान जब भी राम-नाम छोड़ देता है तो उसके अंदर की भावना बुरी तरह से मर जाती है। इंसानियत को भूला हुआ इंसान शैतान बन जाता है। वह अपने दिमाग के तंग दायरे में इस तरह कैद हो जाता है त...
दूसरों की बुराई देखने की बजाय, खुद में निगाह मारो
सरसा (सकब)। पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां फरमाते हैं कि दूसरों की गलतियां देखने की बजाय इन्सान को अपने अंदर निगाह जरूर मारनी चाहिए। इन्सान दूसरों की तरफ तो हर समय निगाह मारता है और उनकी गलतियां देखता है जबकि उसे चाहिए कि वह अपने अ...
अनमोल वचन : ‘इन्सानियत को जिंदा रख निभाएं कर्त्तव्य’
सरसा। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां फरमाते हैं कि आज इन्सान दु:खी इसलिए है क्योेंकि उसके विचार काबू में नहीं। उसके विचार बेलगाम घोड़े की तरह दौड़ते रहते हैं। इन्सान के लिए बुरा सोचना व बुरा करना आज आम बात हो गई है। इन्सान काम, वासना...
56वें दिन भी बरकरार रहा लॉयन हार्ट का क्रेज
फिल्म के पंजाब में 531 तो हरियाणा में चले 362 शो
कनाडा में भी रही फिल्म की धूम
Sirsa, SachKahoon News: सिनेमा जगत में धमाल मचा रही पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां की तीसरी फिल्म ‘एमएसजी द वॉरियर लायन हार्ट’ का अभी भी सिने...
ट्रेलर तो देखो… जब मूवी आएगी तो क्या होगा?
सरसा। शनिवार को सरसा में श्रद्धा का ऐसा समुन्द्र बहा कि महाकुंभ का नजारा बन गया। बधाई हो-बधाई हो और ‘‘धन-धन सतगुरु तेरा ही आसरा’’ के नारों से आसमां गूंज उठा। सर्व धर्म संगम डेरा सच्चा सौदा में शनिवार को आश्रम का 75वां और जाम-ए-इन्सां का 16वां स्थापना...
सुमिरन व सेवा से ही आएंगी खुशियां: पूज्य गुरु जी
सरसा। पूज्य गुरू संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां फरमाते हैं कि मालिक का नाम और उसका प्यार वो अनमोल दात है, जिसे सिर्फ और सिर्फ इन्सान ही ले सकता है। चौरासी लाख जूनियों में बाकी की सब की सब गुलाम हैं। मनुष्य को अधिकार मिले हैं कि वो मालिक का ना...
अनमोल वचन: सेवा-सुमिरन के पक्के रहिए, तमाम खुशियों के हकदार बनते जाओगे
सरसा। पूज्य हजूर पिता संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां फरमाते हैं कि इन्सान उस परमपिता परमात्मा का जितना शुक्राना करे उतना कम है। अपनी जड़ों को कभी न भूलो। जो यह याद रखता है कि वो तो कुछ भी नहीं था, लेकिन परमपिता परमात्मा ने उसे क्या से क्या बना...
जन्मों-जन्मों के पापकर्म काटता है रूहानी सत्संग
सरसा। पूज्य हजूर पिता संत गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां फरमाते हैं कि सत्संग वो जगह है जहां इन्सान अगर चलकर आता है तो जन्मों-जन्मों के पाप कर्म कट जाते हैं। अंत:करण की मैल साफ हो जाती है और मालिक के दर्श-दीदार के काबिल इन्सान बनता चला जाता है। पूज्य...
अनमोल वचन : खुदगर्ज हैं ज्यादातर दुनियावी रिश्ते-नाते
सरसा। पूज्य गुरु संत डॉ. गुरमीत राम रहीम सिंह जी इन्सां फरमाते हैं कि ओम, हरि, अल्लाह, वाहेगुरु, गॉड, खुदा के अरबों नाम हैं, करोड़ों पहचान हैं, उस परमपिता परमात्मा का प्यार-मोहब्बत जीव हासिल कर ले तो जीते-जी गम, चिंता, टेंशन, परेशानियों से निजात मिल ज...