कड़ाके की ठंड में जरूरतमंदों को बांटे कम्बल, ओढ़ाई स्नेह की चादर
गरीब की सहायता करना सबसे बड़ा पुण्य का काम है। उन्होंने कहा कि हम लोग अपने पूर्वजों से गरीब, असहाय लोगों की सहायता करना सीखे हैं। हमेशा यही प्रयास रहता है कि गरीब लोग दरवाजे से खाली हाथ न लौटे।