
रूट को अनदेखा करने का आरोप
इस बारे में जानकारी देते हुए कुसुंबी गांव की छात्राओं सोनिया, मुस्कान, ज्योति, मंजू, सिरोज ने बताया कि इन दिनों परीक्षाओं का दौर चल रहा है। जिसके चलते कॉलेज में समय पर पहुंचना अनिवार्य है। लेकिन रोडवेज बस की सुविधा होने के बावजूद चालक-परिचालक जानबूझकर इस रूट पर कुसुंबी गांव को अनदेखा कर निकल जाते हैं। जिससे उनको कालेज पहुंचना बड़ा मुश्किल हो जाता है। इन छात्राओं ने बताया कि गांव दो दर्जन के करीब विद्यार्थी शिक्षा प्राप्ति के लिए प्रतिदिन सरसा शहर पहुंचते हैं, लेकिन रोडवेज बस की टाइमिंग सही न होने के चलते बहुत बार उन्हें कॉलेज मिस करना पड़ रहा है, जिसे पढ़ाई बाधित हो रही है।
रोडवेज की सुविधा होने के बावजूद चालक-परिचालक जानबूझकर दूसरे रूट पर
सुमित ने बताया कि रोडवेज विभाग द्वारा फूलकां, कंवरपुरा, कुसुंबी, ताजिया, शेरपुरा व जोधकां रूट पर 5 बसें अलग-अलग समय में चलाई जा रही हैं, लेकिन सुबह 9 बजे आने वाली बस की टाइमिंग अक्सर सही नहीं होती, जिसके चलते विद्यार्थियों को कालेज पहुंचने में बड़ी मुश्किल हो रही है। वहीं दोपहर अढ़ाई बजे वापसी के दौरान रोडवेज चालक बस को कंवरपुरा गांव से सीधा ताजिया से होते हुए निकाल लेते हैं, जिस कारण कॉलेज से वापसी के दौरान कुसुंबी गांव के बच्चों को 5 बजे वाले टाइम तक इंतजार करना पड़ता है। उधर ग्रामीणों ने भी रोडवेज बस की लेटलतीफी पर नाराजगी जताई हुए कहा कि विभागीय कार्य के तहत अक्सर लोगों को शहर पहुंचना होता है, किंतु बसों के सही परिचालन न होने के कारण उनका पूरा दिन बर्बाद हो जाता है। ग्रामीणों ने रोडवेज विभाग से इस विषय में तत्काल सुधार करने की मांग उठाई गई है।
मेरे गांव से सिरसा शहर पहुंचने के लिए ग्रामीणों के पास रोडवेज बस की एक सुगम माध्यम है, लेकिन पिछले कुछ समय से रोडवेज विभाग के कुछ चालक जानबूझ कर गांव की अनदेखी कर रहे हैं। खासकर सुबह 9 बजे के रूट के दौरान गांव की लड़कियों व लड़कों को स्कूल व कॉलेज पहुंचना होता है, लेकिन रूट के पर्याप्त संचालन की कमी के चलते उनको भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। इस विषय को लेकर लिखित में अनुरोध भी किया गया था, लेकिन अभी तक इस व्यवस्था में कोई सुधार नहीं हुआ है। रोडवेज विभाग के जी.एम. से आग्रह है कि इस समस्या का जल्द समाधान किया जाए। – वेद प्रकाश, सरपंच कुसंबी गांव। Sirsa News














