कैराना (सच कहूँ न्यूज़)। Kairana: अल कुरआन एकेडमी कैराना के निदेशक मुफ्ती अतहर शम्सी ने कहा है कि डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर इस्लामी शिक्षा की आड़ में भ्रामक और उग्र विचार फैलाए जा रहे हैं। बिना योग्य प्रशिक्षण के लोग कुरआन और हदीस की गलत व्याख्या कर रहे हैं, जिससे युवा पीढ़ी में भ्रम और कट्टरता बढ़ सकती है। इस चुनौती का समाधान आधुनिक तकनीक के विवेकपूर्ण उपयोग में है। Kairana
कृत्रिम बुद्धिमत्ता, डिजिटल प्रमाणीकरण और सुरक्षित ऑनलाइन माध्यमों द्वारा प्रामाणिक इस्लामी ज्ञान को लोगों तक पहुँचा कर इस समस्या का समाधान किया जा सकता है। साथ ही, युवाओं को डिजिटल माध्यमों में सत्य और असत्य की पहचान की शिक्षा देना भी समय की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हमें एक ऐसे डिजिटल वातावरण की आवश्यकता है जहां इस्लामी शिक्षाएं कुरआन और सुन्नत की रोशनी में संतुलन और करुणा के साथ अगली पीढ़ी तक पहुँचे, ताकि समाज में संतुलन और आपसी सौहार्द का माहौल बरकरार रहे। Kairana
यह भी पढ़ें:– MTP Kit: एमटीपी किट बेचने के आरोप में मेडिकल स्टोर संचालक गिरफ्तार