बिजली व्यवस्था चरमराई, ट्रांसफार्मर और तारों को भारी नुकसान
- 50 साल पुराने वृक्ष भी उखड़े, कच्चे मकानों की छतें तक उड़ी | Barnala News
भदौड़ (सच कहूँ/रमनीक बत्ता)। Bhadaur News: पंजाब के विभिन्न हिस्सों में बीते दिन चली धूल भरी आंधी-तूफान ने तबाही मचाई। कई वर्षों पुराने विशालकाय पेड़ जड़ों से उखड़ गए, वहीं बिजली के खंभे, तार और ट्रांसफार्मर भी इसकी चपेट में आकर क्षतिग्रस्त हो गए। कई गांवों में कच्चे मकानों की छतें तक उड़ गईं जिससे गरीब परिवार प्रभावित हुए हैं। Barnala News
भदौड़ कस्बे के बरनाला-बाजाखाना रोड पर स्थित करीब 50 वर्ष पुराने छायादार पेड़, जो क्षेत्र की शोभा माने जाते थे, भी इस तूफान के आगे टिक न सके और धराशायी हो गए। तूफान के बाद सुबह होते ही कुछ स्थानीय लोग अपने ठेले व ट्रैक्टर-ट्रॉलियों के साथ घटनास्थल पर पहुंच गए और गिरे हुए वृक्षों को उठाकर ले जाने लगे। जिन वृक्षों की देखरेख वन विभाग के अधीन थी, उन पर भी लोगों ने निजी कब्जा करना शुरू कर दिया। हैरानी की बात यह रही कि वन विभाग की बरनाला रेंज को इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी ही नहीं थी। Barnala News
पता लगाकर कार्रवाई करूंगा: ब्लॉक अधिकारी
जब इस विषय पर बरनाला वन रेंज के ब्लॉक अधिकारी बहादुर सिंह से बात की, तो उन्होंने बताया, मैं अन्य सड़कों से पेड़ हटवा रहा हूँ। स्टाफ की कमी के चलते भदौड़ क्षेत्र की जानकारी मुझे नहीं थी, लेकिन जल्द ही इस सड़क पर गिरे पेड़ों का निरीक्षण कर उचित कार्रवाई करूंगा।
मरम्मत कार्य है जारी: जेई
बिजली बोर्ड के जेई नवदीप सिंह ने कहा कि भदौड़ शहर का मुख्य फीडर तो हमने रात 11:30 बजे ही चालू कर दिया था, लेकिन गांवों के फीडरों को बहाल करने के लिए अब भी गिरे हुए पेड़ों को हटाया जा रहा है। जिन खंभों को नुकसान पहुँचा है, उन्हें दोबारा स्थापित किया जा रहा है। Barnala News
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