Delhi Red Fort Car Blast: नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने मंगलवार को राजधानी में हुए कार विस्फोट प्रकरण की जाँच का दायित्व राष्ट्रीय जाँच एजेंसी (एनआईए) को सौंप दिया है। सोमवार की सांयकाल लाल किला क्षेत्र के निकट एक धीमी गति से चल रही हुंडई i20 कार में हुए तीव्र धमाके ने पूरे देश को सकते में डाल दिया। इस घटना में कम से कम 13 व्यक्तियों की मृत्यु हो गई, जबकि कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। यह विस्फोट सुभाष मार्ग के ट्रैफिक सिग्नल पर लगभग सात बजे हुआ, जिसके तुरंत बाद सुरक्षा एजेंसियों ने पूरे देश में अलर्ट जारी कर दिया। Delhi Car Blast
घटना विशेष
- दिल्ली पुलिस के अनुसार, धमाका शाम 6 बजकर 52 मिनट पर लाल किला मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर–1 के समीप हुआ। विस्फोट की तीव्रता इतनी अधिक थी कि आसपास खड़ी कई गाड़ियाँ जलकर राख हो गईं।
- फ़ोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला की रिपोर्ट बुधवार तक आने की सम्भावना है, जिससे विस्फोटक पदार्थ की प्रकृति और धमाके की तकनीक को समझने में सहायता मिलेगी।
- घटना के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सुरक्षा व्यवस्था की उच्चस्तरीय समीक्षा की। उन्होंने निर्देश दिए कि जाँच सभी संभावित कोणों से की जाए और किसी भी सुराग को नज़रअंदाज़ न किया जाए।
फरीदाबाद में भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद | Delhi Car Blast
इसी बीच, फरीदाबाद से सामने आई बरामदगी ने जाँच को और गंभीर बना दिया है। जम्मू–कश्मीर पुलिस और हरियाणा पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में एक आवासीय फ्लैट से 360 किलोग्राम संदिग्ध अमोनियम नाइट्रेट तथा लगभग 2,900 किलोग्राम विस्फोटक सामग्री, जिसमें डेटोनेटर, रसायन एवं तारें शामिल हैं-जब्त की गईं। जाँच अधिकारियों को आशंका है कि दिल्ली धमाके और फरीदाबाद बरामदगी के बीच कोई गहरा संबंध हो सकता है तथा यह संपूर्ण गतिविधि किसी बड़े आतंकवादी नेटवर्क की ओर संकेत करती है, जो राज्य की सीमाओं से परे सक्रिय हो सकता है।















