मिलकर चलाएंगे, पुराने गन्ना किसानों को शुगर मिल से जोड़ने की मुहिम: डॉ अरविंद शर्मा

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Jind News: मिलकर चलाएंगे, पुराने गन्ना किसानों को शुगर मिल से जोड़ने की मुहिम: डॉ अरविंद शर्मा

मिल प्रबंधन गन्ना किसानों को 15 दिन की बजाय एक सप्ताह में भुगतान करने का प्रयास करे | Jind News

  • द जींद सहकारी चीनी मिल, जींद के 40वें पेराई सत्र का शुभारभ

जींद (सच कहूं न्यूज)। Jind News: वीरवार को सहकारिता मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने झांझ कलां स्तिथ द जींद सहकारी चीनी मिल, जींद के 40वें पेराई सत्र 2024-25 का हवन में आहुति डालकर व मिल चेन पर गन्ना डालकर विधिवत तौर पर शुभारम्भ किया। कैबिनेट मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि गन्ना पेराई सत्र किसानों के लिए उत्सव की तरह होता है। चार दशक पुरानी जींद शुगर मिल से किसानों का पुराना जुड़ाव रहा है। आज हमें गन्ने के होते रकबे को बढ़ाने के लिए सभी पुराने गन्ना उत्पादकों को जोड़ने का काम करना होगा। Jind News

उन्होंने शुगर फेडरेशन के अधिकारियों, मिल प्रशासन के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों से भी आह्वान किया कि वो किसानों को गन्ना बिजाई के लिए प्रेरित करें। विशेषकर जो किसान पहले गन्ना उत्पादन कर चुके हैं, उन्हें अपने साथ नए सत्र में जोड़ने के लिए मिलकर काम करना होगा। उन्होंने कहा कि दी जींद सहकारी चीनी मिल गन्ना किसानों के हितों में निरंतर कार्य कर रही है। मिल ने कई बार राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न आयामों पर पुरस्कार हासिल किए हैं।

मिल प्रबंधन15 दिन की बजाय 7 दिन में करे भुगतान | Jind News

सहकारिता मंत्री डॉ अरविंद शर्मा ने कहा कि आज हरियाणा न केवल किसानों को बेहतर गन्ना भाव दे रहा है, अपितु समय पर भुगतान की भी व्यवस्था कर रहा है। उन्होंने कहा कि जींद शुगर मिल प्रबन्धन 15 दिन की बजाय एक सप्ताह में किसानों को गन्ना फसल का भुगतान करने का प्रयास करें, ताकि किसान भाइयों को किसी परेशानी का सामना न करना पड़े। किसानों की सुविधा के लिए चीनी मिल में सीजन के दौरान कैंटीन के माध्यम से 10 रुपए प्रति थाली भोजन मुहैया करवाया जाएगा, इसके लिए उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि आज ही कैंटीन को दोबारा से शुरू कर दिया जाए।

चीनी मिलों में स्थापित किये जा रहे एथनॉल प्लांट

हरियाणा शुगर मिल्ज के चेयरमैन धर्मबीर डागर ने कहा कि गन्ना उत्पादक किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में सरकार द्वारा मजबूत कदम बढ़ाये जा रहे हैं। इसके लिए चीनी मिलों का सुचारू संचालन बेहद जरूरी है, जिसके लिए नये प्रयोग और प्रयास किये जा रहे हैं। गन्ना उत्पादकों की आमदनी बढ़ाने के लिए हरियाणा की सभी चीनी मिलों में एथनॉल प्लांट स्थापित किये जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र के पुराने गन्ना किसानों को मिल से जुड़ना होगा और गन्ना की बिजाई के लिए प्रेरित करना होगा। उन्होंने कहा कि किसानों को निर्धारित समय सीमा से कम समय में गन्ने की पेमेंट करने के लिए प्रयास किए जाएंगे। Jind News

पिछले सत्र में एक लाख 68 हजार क्विंटल चीनी का उत्पादन किया गया

एमडी शुगर मिल प्रवीन कुमार ने बताया कि पेराई सत्र 2024-25 के दौरान मिल द्वारा 25 लाख क्विंटल गन्ने की बोण्डिंग है जिसमें 50 प्रतिशत गन्ना अगेती किस्म का है। इस पेराई सत्र के दौरान गन्ने से चीनी रिकवरी का लक्ष्य 9.90 प्रतिशत निर्धारित किया गया है। सत्र 2023-2024 के दौरान मिल द्वारा 16.87 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई कर एक लाख 68 हजार क्विंटल चीनी का उत्पादन किया गया था। इस पिराई सत्र के दौरान 14 लाख क्विंटल गन्ने की पिराई कर लगभग 1.40 लाख क्विंटल चीनी उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है। उन्होने कहा कि अब मिल की पिराई क्षमता को बढ़ाकर 1750 से बढ़ाकर 2200 टीसीडी प्रतिदिन की अनुमति राष्ट्रीय सहकारी चीनी मिल्ज प्रसंध लि० नई दिल्ली से प्राप्त हो गई है।

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