India Plane News: पायलट ने किया मेडे ऐलान, शुक्र है बच गई जान

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India Plane News: पायलट ने किया मेडे ऐलान, शुक्र है बच गई जान

India Plane News:  डॉ. संदीप सिंहमार। अहमदाबाद इंटरनेशनल एयरपोर्ट से लंदन के लिए टेक ऑफ करने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट के क्रैश होने के बाद शनिवार को भी इंडिगो एयरलाइंस का एक विमान क्रश होते-होते बच गया। हालांकि विमान के चालक टालने एयर ट्रैफिक कंट्रोल को मेडे कॉल कर दिया था। जिसका सीधे तौर पर मतलब होता है कि विमान खतरे में है। बेंगलुरु एयरपोर्ट के एयर ट्रैफिक कंट्रोल ने इस कॉल को गंभीरता से लेते हुए इंडिगो के विमान की बेंगलुरु एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग करवाई। इस विमान के सभी यात्री क्रू मेंबर्स पर चालक दल के सदस्य सुरक्षित है। इंडिगो के विमान की मेडे कॉल व इमरजेंसी लैंडिंग के बाद एक बार फिर भारतीय एविएशन सिक्योरिटी को लेकर चिंता जताई जा रही है। हालांकि इंडिगो के विमान की इमरजेंसी लैंडिंग की घटना वीरवार की है। इस विमान में 168 यात्री सवार थे लेकिन इस घटना को इंडिगो एवियशन डिपार्मेंट ने इतना गुप्त रखा की ताकि यह समाचार मीडिया से दूर रहे।

तुरंत शुरू हुई सुरक्षा जांच | India Plane News

इस संबंध में इंडिगो के अधिकारियों का भी आधिकारिक ज्ञान सामने आया है। जिसमें कहा गया है कि विमान में तकनीकी खराबी आने के कारण आपात लैंडिंग करवाई गई है। फिलहाल इस मामले की तकनीकी जांच चल रही है, कि विमान में आई तकनीकी खराबी की सही तरीके से जानकारी मिल सके। प्रारंभिक जांच में विमान में ईंधन की कमी सामने आई है जो कि सीधी-सीधी इंडिगो की लापरवाही है। इस घटना के बाद फ्लाइट के चालक दल के सदस्यों को फिलहाल हटा दिया गया है।

भारत में एविएशन सिक्योरिटी को लेकर बढ़ती चिंता | India Plane News

हाल ही में भारत में एविएशन सेक्टर के भीतर सुरक्षा की बढ़ती चिंता ने सबको झकझोर दिया है। हालात इस बात के गवाह हैं कि भले ही तकनीकी बुनियादी ढांचे में सुधार हो रहा हो, लेकिन सुरक्षा मानकों की कमी, निरीक्षण में ढिलाई और अधिकारीयों की लापरवाही ने संभावित खतरे को बढ़ा दिया है। वीरवार को इंडिगो की गुवाहाटी से चेन्नई जाने वाली फ्लाइट द्वारा की गई आपात लैंडिंग ने इस चिंता को और बढ़ा दिया है। इस घटना के दौरान पायलट ने उड़ान के दौरान ‘मेडे’ का ऐलान किया, जो कि एक आपातकालीन संकेत है। इसके परिणामस्वरूप विमान को तुरंत बेंगलुरू हवाई अड्डे पर उतारा गया। एयरलाइन के अधिकारियों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, यह आपात लैंडिंग तकनीकी खराबी के कारण हुई थी। हालांकि, इस घटना में सभी यात्री और क्रू सदस्यों की जान सुरक्षित रही, लेकिन यह घटना हमें याद दिलाती है कि हवाई यात्रा में सुरक्षा हमेशा पहली प्राथमिकता होनी चाहिए।

इसी प्रकार 12 जून को एयर इंडिया की ड्रीमलाइनर उड़ान के दुर्घटनाग्रस्त होने ने विमानन सुरक्षा के मुद्दे पर एक वैकल्पिक दृष्टिकोण प्रस्तुत किया है। यह उच्च तकनीकी विमानों की सुरक्षा में संभावित खामियों का संकेत देता है। इन घटनाओं के मद्देनजर, यह विचार करना आवश्यक है कि क्या हमारे मौजूदा सुरक्षा मानक और तकनीकी निरीक्षण प्रक्रिया प्रभावी हैं।

भारत में एविएशन सुरक्षा को लेकर चिंताओं का उभार इस बात को स्पष्ट करता है कि अलग-अलग एयरलाइनों में सुरक्षा मानकों और सतर्कता स्तर में भिन्नता हो सकती है। कई विशेषज्ञों का मानना है कि यदि गंभीर कदम नहीं उठाए गए, तो इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति हो सकती है, जिसका प्रभाव न केवल जल परिवहन पर पड़ेगा बल्कि यात्रियों के विश्वास पर भी बुरा असर डालेगा।

विमानों के नियमित रख-रखाव और तकनीकी मूल्यांकन की आवश्यकता को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता। इसके साथ ही, सुरक्षा अधिकारियों को चाहिए कि वे डमी और विशेषज्ञ ट्रेनिंग कार्यक्रमों का संचालन करें ताकि सभी पायलट और क्रू सदस्य आपातकालीन स्थितियों का सामना करने के लिए पूर्ण तैयारी में रहें।

विमानन सुरक्षा के मामलों को गंभीरता से लेना अत्यंत आवश्यक है। यात्रियों को सुरक्षित रूप से उनके गंतव्य तक पहुँचाने की जिम्मेदारी एयरलाइनों और सुरक्षा अधिकारियों की है। तकनीकी सुधार, सख्त निरीक्षण और नियमित प्रशिक्षण कार्यक्रम ही इस दिशा में संतोषजनक प्रगति के लिए प्रेरित कर सकते हैं। हमें यह समझना होगा कि सुरक्षा की कोई भी कमी खतरनाक हो सकती है और इसे सुधारने के लिए सामूहिक प्रयास की आवश्यकता है।