प्रशासन की टीमें मुस्तैद, डीसी ले रहे अपने अपने क्षेत्रों में राहत कार्यों का जायजा
- बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए 130 राशन किटों का वितरण
सुल्तानपुर लोधी (सच कहूँ/सच कहूँ न्यूज)। Punjab Flood News: पंजाब में कपूरथला के जिला उपायुक्त अमित कुमार पंचाल ने रविवार को बताया कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में फंसे लोगों की सहायता के लिए प्रशासन द्वारा बड़े पैमाने पर राहत कार्य किए जा रहे हैं। उपायुक्त ने बताया कि प्रभावित परिवारों को आवश्यक सामग्री के साथ-साथ राशन किटों का वितरण लगातार जारी है। इन राशन किटों में आटा, चावल, दाल, तेल और अन्य दैनिक उपयोग की वस्तुएं शामिल हैं। उन्होंने कहा कि आज सुल्तानपुर लोधी में एसडीएम अलका कालिया के नेतृत्व में बाढ़ प्रभावित लोगों को 130 राशन किटें उपलब्ध कराई गर्इं। Punjab Flood News
पंचाल ने कहा कि पशुओं के लिए अलग-अलग टीमें तैनात की गई हैं, जो 24 घंटे सेवाएं दे रही हैं। प्रभावित क्षेत्रों में पशुओं के लिए चारा और फीड का निरंतर वितरण किया जा रहा है, साथ ही पशुओं के उपचार के लिए पशु चिकित्सकों की टीमें भी लगातार काम कर रही हैं इस बीच, अधिकारियों ने रविवार को बताया कि लगातार बारिश के बाद पोंग (ब्यास) बांध से भारी मात्रा में पानी छोड़े जाने के कारण होशियारपुर के कई हिस्से कई दिनों से जलमग्न हैं। टांडा और मुकेरियां उपमंडलों के निचले इलाके सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं, जहाँ धान, गन्ना और मक्के की फसलों को भारी नुकसान हुआ है।
टांडा के गंधोवाल, रारा मंड, तल्ही, सलेमपुर, अब्दुल्लापुर, मेवा मियानी और फत्ता कुल्ला जैसे गाँव, साथ ही मुकेरियां के मोतला, हलेर जनार्दन, सनियाल, कोलियान, नौशहरा और मेहताबपुर गाँव अभी भी जलमग्न हैं। रविवार शाम पौंग बांध का जलस्तर 1,392.20 फुट था, जो एक दिन पहले 1,394.19 फुट था। अधिकारियों ने बताया कि शनिवार को 47,162 क्यूसेक से घटकर 36,968 क्यूसेक रह गया, जबकि शाह नहर बैराज में लगभग 90,000 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।
24 घंटों में 925 और लोगों को सुरक्षित निकाला | Punjab Flood News
पंजाब के राजस्व, पुनर्वास एवं आपदा प्रबंधन मंत्री हरदीप सिंह मुंडियां ने बताया कि पिछले 24 घंटों के दौरान 48 और गाँव, 2691 आबादी और 2131 हैक्टेयर फसलें प्रभावित हुई हैं। अब तक, 22 जिलों के 1996 गाँव प्रभावित हुए हैं, जिससे कुल 3,87,013 आबादी प्रभावित हुई है। पिछले 24 घंटों में 925 और लोगों को निकाला गया, जिससे अब तक बचाए गए लोगों की कुल संख्या 22,854 हो गई है। अब तक सबसे ज्यादा लोगों को गुरदासपुर (5581), फाजिÞल्का (4202), फिरोजपुर (3888), अमृतसर (3260), होशियारपुर (1616), पठानकोट (1139) और कपूरथला (1428)
से निकाला गया है। राज्य में इस समय 139 राहत शिविर कार्यरत हैं, जिनमें 6121 प्रभावित लोग रह रहे हैं, जबकि बाढ़ शुरू होने के बाद से विभिन्न जिलों में कुल 219 शिविर स्थापित किए गए हैं। इनमें फाजिल्का में 14 शिविरों में 2588 लोग, बरनाला में 49 शिविरों में 527 लोग, होशियारपुर में चार शिविरों में 921 लोग, रूपनगर में पांच शिविरों में 250 लोग, मोगा में तीन शिविरों में 155 लोग और मानसा में दो शिविरों में 89 लोग रह रहे हैं।
कुल 23 एनडीआरएफ टीमें बचाव कार्यों में जुटी
कुल 23 एनडीआरएफ टीमें अमृतसर, फाजिल्का, गुरदासपुर, फिरोजपुर, जालंधर, होशियारपुर, पटियाला, लुधियाना, पठानकोट और रूपनगर में राहत और बचाव कार्यों में लगी हुई हैं, जबकि कपूरथला में दो एसडीआरएफ टीमें सक्रिय हैं। भारतीय सेना की 27 टुकड़ियां और 7 इंजीनियर टास्क फोर्स बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सक्रिय रूप से तैनात हैं। भारतीय वायु सेना और सेना के नौ हेलीकॉप्टर राहत कार्यों में लगाए गए हैं। बीएसएफ फिरोजपुर सैक्टर में सहायता प्रदान कर रही है। इसके अलावा, 158 नावें और एक सरकारी हेलीकॉप्टर भी राहत और बचाव कार्यों में लगे हुए हैं।
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