कई बार टेंडर भी हुए, लेकिन नहीं बनी सड़क, बरसाती मौसम में बिगड़ रहे हालात
हनुमानगढ़। टाउन शहर में शीलापीर से होकर पूर्णनगर की तरफ जाने वाली सड़क लम्बे समय से पुनर्निर्माण की बाट जोह रही है। सड़क निर्माण के बाद चार पार्षदों का कार्यकाल समाप्त हो गया लेकिन इस सड़क के अच्छे दिन नहीं आए। दो-तीन बार टेंडर भी हुए लेकिन किन्हीं कारणों से सड़क दोबारा नहीं बनी। अब नगर परिषद बोर्ड के पार्षदों का कार्यकाल पूर्ण होने के बाद प्रशासक लग चुका है। बजट का हवाला देकर सड़क का निर्माण नहीं किया जा रहा है। सड़क का दोबारा निर्माण न होने से बारिश के मौसम में पूर्णनगर के डूबने के हालात पैदा हो जाते हैं। Hanumangarh News
गंदा पानी घरों में घुस जाता है। मुख्य नाले की बजाए पूर्णनगर से होकर गुजरने वाले नाले से पूरे शहर के बरसाती पानी की निकासी भी रेलवे लाइनों की तरफ की जाती है। नाला जाम होने से भी गंदा पानी ओवरफ्लो होकर मोहल्ले में पसर जाता है। पूर्णनगर निवासी निरंजन सिंह राठौड़ ने बताया कि शीलापीर से आने वाली रोड पूर्णनगर से होते हुए आगे एसपी नारायण सिंह की ढाणी तक जाती है। इस रोड को बने हुए लगभग बीस साल हो चुके हैं। चार बार पार्षद बन चुके हैं। लेकिन इस दौरान जर्जर हुई इस सड़क की तरफ किसी का ध्यान नहीं गया। जबकि ईर्द-गिर्द की सड़कें बन रही हैं। कुछ समय पहले बनी सड़कों को ही तोड़कर नई बनाया जा रहा है लेकिन इस सड़क का दोबारा निर्माण नहीं हुआ।
मोहल्लेवासियों ने सड़क बनाने के लिए कई बार आवाज उठाई
मोहल्लेवासियों ने सड़क बनाने के लिए कई बार आवाज उठाई। कभी कहा गया कि टेंडर लगा हुआ है। पास होते ही बना दी जाएगी। मोहल्लेवासियों को गुमराह कर पैसा उठाते रहे लेकिन बीस साल से इस सड़क पर कोई काम नहीं हुआ। मामूली बारिश में ही इस सड़क से निकला नहीं जा सकता। उन्होंने बताया कि मोहल्ले में बना नाला भी खुला पड़ा है। उसके नीचे अण्डरग्राउंड में आठ ईंच की पाइप लाइन बिछाई गई है। चार ईंट पाइप लाइन चलती है और शेष चार ईंच कीचड़ से भरी रहती है। जबकि असल में यह नाला अवैध रूप से बना हुआ है। यह नाला सिर्फ पूर्णनगर के लिए बनाया गया था जबकि पूरे शहर का पानी इसी नाले से होकर गुजरता है। बारिश के समय चैम्बर भर जाते हैं और पाइपें ब्लॉक हो जाती हैं। बुरा हाल हो जाता है। Hanumangarh News
गंदा पानी घरों के आसपास पसर जाता है। इससे उठने वाली बदबू से लोगों को परेशानी होती है। मच्छर भी पैदा हो जाते हैं। इन चैम्बरों में गाड़ियां धंस जाती हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि मुख्य नाला जिससे पानी की निकासी सीधे डिग्गी में होती है उसे राजनीतिक प्रभावशाली लोगों की वजह से बंद कर दिया गया है। मुख्य नाले से जिस पानी की निकासी होती थी, उस पानी की निकासी अब पूर्णनगर से होते हुए की जा रही है। पाइपें जाम होने पर कुछ दिन बाद ही पानी रूक जाता है। नगर परिषद की गाड़ी आती है।
पाइप लाइन को साफ करने के बाद फिर पानी की निकासी हो पाती है। इस नाले से पानी पूर्णनगर से आगे बनाए गए गड्ढे में जाता है। वहां से इंजन के जरिए पानी उठाकर डिग्गी में डाला जाता है। जबकि मुख्य नाले से सीधे डिग्गी में पानी की निकासी की जा सकती है। उन्होंने मांग की कि बरसाती पानी की निकासी मुख्य नाले से की जाए और पूर्णनगर से गुजरने वाले नाले को बंद किया जाए। साथ ही नगर परिषद इस सड़क का निर्माण करे। Hanumangarh News
क्या बोले निवर्तमान पार्षद पति | Hanumangarh News
वार्ड के निवर्तमान पार्षद के पति बिल्लू सैन के अनुसार यह सड़क हर बार विवादों में रहती है। पूर्व में टेंडर लगाने के समय मोहल्लेवासियों ने यह कहते हुए ऐतराज किया था कि सामने वाली सड़क से इस सड़क का ऊंचा लेवल न हो। इस कारण टेंडर निरस्त करवाना पड़ा। बाद में पार्षदों का कार्यकाल समाप्त हो गया और प्रशासक लग गया। मोहल्ले के लोगों के साथ वे प्रशासक से मिले और सड़क निर्माण के टेंडर करने को कहा तो प्रशासक का कहना था कि नगर परिषद के पास बजट नहीं है। इस कारण सड़क का निर्माण नहीं हो पा रहा।
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