NHAI QR Codes: नई दिल्ली। राष्ट्रीय राजमार्गों पर यात्रा को अधिक सुगम और सुरक्षित बनाने के लिए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) अब विशेष क्यूआर कोड युक्त संकेत पट्टिकाएँ लगाने जा रहा है। इन पट्टिकाओं पर परियोजनाओं से जुड़ी जानकारी के साथ-साथ आपातकालीन सहायता से संबंधित विवरण भी उपलब्ध होंगे। इस पहल की जानकारी सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने शुक्रवार को जारी एक सरकारी विज्ञप्ति में दी। NHAI QR Code Highways
इन संकेत पट्टिकाओं पर यात्रियों को राजमार्ग संख्या, परियोजना की कुल लंबाई, निर्माण एवं रखरखाव की समयसीमा, पेट्रोलिंग व्यवस्था, टोल प्रबंधक, परियोजना प्रबंधक तथा निवास अभियंता का विवरण मिलेगा। साथ ही 1033 आपातकालीन हेल्पलाइन, एनएचएआई के क्षेत्रीय कार्यालय का संपर्क नंबर और आस-पास उपलब्ध सुविधाएँ जैसे अस्पताल, पेट्रोल पंप, शौचालय, पुलिस थाने, भोजनालय, टोल प्लाजा की दूरी, ट्रक पार्किंग स्थल, पंचर मरम्मत केंद्र तथा ई-चार्जिंग स्टेशन की जानकारी भी साझा की जाएगी। NHAI QR Code Highways
यात्रियों को जानकारी शीघ्र और सरलता से उपलब्ध हो
मंत्रालय ने स्पष्ट किया कि ये क्यूआर कोड संकेत पट्टिकाएँ विशेष रूप से टोल प्लाजा, विश्राम स्थलों, ट्रक ले-बाय, मार्ग के आरंभ और अंत बिंदुओं तथा प्रमुख संकेत स्थलों के पास लगाई जाएंगी, ताकि यात्रियों को जानकारी शीघ्र और सरलता से उपलब्ध हो सके। सरकार का मानना है कि यह व्यवस्था न केवल सड़क सुरक्षा और आपात स्थिति में त्वरित सहयोग सुनिश्चित करेगी, बल्कि राष्ट्रीय राजमार्गों पर यात्रा करने वाले नागरिकों के अनुभव को भी और बेहतर बनाएगी।
इसी बीच एनएचएआई ने संकेत दिया है कि यदि निर्धारित संपत्तियों का समय पर मुद्रीकरण (Monetisation) किया गया, तो वित्त वर्ष 2026 में 35,000 से 40,000 करोड़ रुपये तक प्राप्त हो सकते हैं। यह अनुमान पिछले वर्षों के आँकड़ों और टोल-ऑपरेट-ट्रांसफर पैकेजों के आधार पर लगाया गया है।
रेटिंग एजेंसी आईसीआरए की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, यह उपलब्धि वित्त वर्ष 2025 में प्राप्त 24,399 करोड़ रुपये के आँकड़े से कहीं अधिक होगी और 2026 के लिए निर्धारित 30,000 करोड़ रुपये के लक्ष्य को भी पार कर सकती है। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2023 से एनएचएआई हर वर्ष ऐसी संपत्तियों की सूची सार्वजनिक कर रहा है, जिन्हें मुद्रीकरण के लिए चिह्नित किया जाता है। NHAI QR Code Highways